ओला कैब कंपनी के वाहन को बुंकिग कर लूटने वाले पांच अपराधियों को गिरिडीह पुलिस ने किया गिरफ्तार
लूटा गया वाहन बरामद, दुर्गा पूजा तक के बुंकिग के नाम पर कोलकाता से हीरोडीह आएं थे अपराधी
गिरिडीहः ओला-उबर कंपनियों के वाहनों की बुंकिग कर लूटने वाले गिरोह के पांच अपराधियों को गिरिडीह के धनवार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन अपराधियों द्वारा लूटे गए ओला कंपनी के स्विफ्ट डिजायर वाहन समेत छह मोबाइल भी बरामद कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों में तीन देवरी थाना क्षेत्र के बेरिया गांव निवासी कृष्णा मंडल उर्फ चमान कुमार, मुन्ना दास, मनिकबाद गांव निवासी संजय रविदास और हीरोडीह थाना क्षेत्र के सूरजा गांव निवासी विकास दास व बेलकुंडीह गांव निवासी गुड्डु दास शामिल है। पुलिस को मिले सफलता के बाद दुसरे दिन मंगलवार को पुलिस लाईन में प्रेसवार्ता कर एसपी अमित रेणु, एसडीपीओ नवीन सिंह ने बताया कि गिरोह का संचालन मुन्ना दास ही करता था। कोलकाता से बुंकिग कर ओला कंपनी के इस वाहन को लूटने की योजना भी मुन्ना दास ने ही तैयार किया था। कंपनी के वाहनों को लूटने वाला यह गिरोह अन्र्तराज्यी स्तर पर काम करता है। प्रेसवार्ता में एसपी ने बताया कि बुंकिग करने के नाम पर लूटे गए स्विफ्ट डिजायर को पांचो अपराधी हीरोडीह थाना क्षेत्र के खरियोडीह गांव में बेंचने के प्रयास में थे। इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर एसपी के निर्देश पर टीम गठित कर जिले के हीरोडीह थाना क्षेत्र के खरियोडीह गांव में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान तीन अपराधियों को दबोचा गया। तीनों अपराधियों से पूछताछ के दौरान दो और अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने यह भी बताया कि पिछले महीनें 30 सितबंर को तीनों अपराधी हीरोडीह से एक गाड़ी बुंकिग कर कोलकाता पहुंचे। जहां तीनों ने मुन्ना दास के प्लान के तहत ओला कैब को बीतें दो अक्टूबर को दुर्गा पूजा तक के लिए बुंकिग कर कोलकाता से चले। और कोलकाता से करीब डेढ़ सौ किमी की दूरी तय करने के बाद तीनों अपराधियों ने बीच रास्ते में गाड़ी के चालक के साथ मारपीट किया। इस दौरान तीनों ने चालक से मोबाइल व गाड़ी लूट कर गिरिडीह चले आएं। जहां हीरोडीह में अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर लूटे गए गाड़ी को बेंचने के प्रयास में थे। पांचो ने स्विफ्ट डिजायर के नंबर प्लेट को हीरोडीह के खरियोडीह गांव के खेत में फेंक दिया था। लूटे गए गाड़ी को बेंचने के नाम क्रम में पांचो अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े।