हजारीबाग। गोड्डा निवासी पूजा भारती (पिता अवध बिहारी पूर्वे) का पतरातू डैम से शव बरामदगी मामले में हजारीबाग प्रक्षेत्र के डीआईजी एवी होमकर ने महत्वपूर्ण खुलासा किए हैं। उन्होंने कहा है कि अब तक जो साक्ष्य मिले हैं, उसके अनुसार छात्रा द्वारा आत्महत्या की ओर संकेत होता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अनुसंधान अभी भी जारी है।
सूचना भवन सभागार में शनिवार को पत्रकार वार्ता में डीआईजी ने इस घटनाक्रम के एक एक पहलुओं को पत्रकारों के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पतरातू डैम, गोड्डा, हजारीबाग, रांची में जो कुछ साक्ष्य पुलिस ने संग्रह किया है उसके अनुसार यह कहा जा सकता है कि छात्रा की मानसिक स्थिति कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। उन्होंने कहा कि पतरातू डैम घटनास्थल से महज 50 गज दूर झाड़ी में छात्रा का बैग मिला। बैग में मोबाइल फोन, आधार कार्ड, हस्त लिखित पत्र, नायलाॅन रस्सी, कैंची, टेप व दवा बरामद हुआ है। इतना ही नहीं उसके हाॅस्टल के रूम की भी जांच की गई। वहां से भी डस्टबीन में कागज के टूकड़े मिले, जिसमें हाथ से लिखा हुआ पत्र मिला, जिसमें भी उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की संभावना जताई जा सकती है। उन्होंने कहा कि छात्रा का एपे्रन काॅलेज के गेट के बाहर जेलर के दरवाजे के आसपस झाड़ी में पड़ा मिला। इतना ही नहीं उसके सहपाठियों ने भी बताया कि छात्रा द्वारा कई जलाशयों का भी अवलोकन किया जा रहा था। मोबाइल में भी और नेट पर भी इसके संकेत हैं।
दम घुटने से मौत, शरीर पर चोट के निशान नहीं
डीआईजी ने कहा कि 12 जनवरी को सुबह डैम में छात्रा का शव मिलने की जानकारी पतरातू थाना पुलिस को दी गई। पुलिस के पहुंचने पर शव की पहचान पूजा भारती के रूप में की गई। थाना प्रभारी भरत पासवान द्वारा कांड संख्या 6/21 अंकित किया गया। शव का अंत्यपरीक्षण रामगढ़ पुलिस अधीक्षक के आग्रह पर उपायुक्त के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड गठित कर करवाया गया। वीडीओग्राफी के दौरान उसका अंत्यपरीक्षण हुआ। अंत्यपरीक्षण में दम घुटने से मौत होने की बात सामने आई है। मृतका के शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं पाए गए। साथ ही मृतका के साथ कोई शारीरिक संबंध बनाने की भी पुष्टि नहीं हुई।
दो डीएसपी के नेतृत्व में डेढ़ दर्जन अधिकारी कर रहे जांच
मेडिकल छात्रा पूजा भारती के शव बरामदगी के मामले में गठित एसआईटी जांच कर रही है। इस एसआईटी टीम में दो डीएसपी, पांच इंस्पेक्टर एवं 11 सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। इनके अलावा पुलिस के जवान भी इस घटना की जांच कर रहे हैं। जांच अभी पूर्ण नहीं हुआ है, अनुसंधान जारी रहने की बात कही गई है।
बस में बैठने से पहले छात्रा ने गूगल एकाउंट किया डिलीट
डीआईजी ने बताया कि पुलिस अनुसंधान में अबतक जो साक्ष्य मिले हैं वह छात्रा द्वारा आत्महत्या की ओर इशारा करते हैं। उन्होंने कहा कि 11 जनवरी को छात्रा अपने हाॅस्टल से निकलती है। इसी दिन 7.20 बजे लोहसिंघना थाना में उसकी गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया जाता है। हाॅस्टल से निकलने के बाद छात्रा एपे्रन फेंकती है, बस में बैठती है। बस में बैठने पर अपना गूगल एकाउंट वह डिलीट करती है। इतना ही नहीं छात्रा द्वारा यही मोबाइल भी स्वीच ऑफ कर दिया जाता है। 12 जनवरी की सुबह उसका शव पतरातू डैम से बरामद किया जाता है।
पतरातू पहुंचने के मामले का अनुसंधान जारी
पुलिस द्वारा पतरातू पहुंचने के अनुसंधान की जांच की जा रही है। पुलिस हजारीबाग से रांची पहुंचने के मामले में संभावित अनुसंधान को अंतिम रूप दे चुकी है। रांची से पतरातू पहुंचने के मामले में पुलिस द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है। डीआईजी ने कहा कि अनुसंधान अभी पूरा नहीं हुआ है। पूछे जाने पर यह भी बताया गया कि जिस प्रकार से पैर में रस्सी बंधी है और हाथ भी बंधा है वैसा स्वयं बांधा जा सकता है।