धनबाद। देश में कोरोना के तीसरे लहर को देखते हुए पूर्व जिले के सरकारी मेडिकल संस्थानों को मजबूत करने व निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों की निर्भरता कम करने के उद्देश्य से उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। डीएमएफटी के तहत सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित अन्य चिकित्सकों की सबसे बड़ी नियुक्ति करने को लेकर पारदर्शिता बरतते हुए निविदा प्रकाशित कर न सिर्फ चिकित्सकों के आवेदन प्राप्त किए गए, बल्कि 27 दिनों के भीतर ही सारी प्रक्रिया पूरी कर सुपर स्पेशलिस्ट, एमबीबीएस सहित 50 चिकित्सकों को सिलेक्ट भी कर लिया गया है।
इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि वैश्विक महामारी की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर, जिले की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने व निजी स्वास्थ्य व्यवस्था पर लोगों की निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से जिले में कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, तथा नेफ्रोलॉजिस्ट जैसे सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सक के अलावा हॉस्पिटल मैनेजर, ई-सवास्थय होस्पिटल आइटी मैनेजर, पेडियाट्रिक, एनेस्थीसिया, गायनेकोलॉजी, ऑपथोलमोलोजिस्ट, ऑर्थोपेडिक, सर्जरी तथा ईएनटी स्पेशलिस्ट, डेंटिस्ट, एमबीबीएस व साइकोलॉजिकल काउंसलर की डीएमएफटी के तहत नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ की गई।
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया प्रारंभ करने के 27 दिन में पारदर्शी तरीके से परिणाम घोषित किया गया। दो जून को निविदा प्रकाशित की गई थी और 18 जून तक चिकित्सकों से आवेदन प्राप्त किए गए। उपायुक्त तथा एडीएम लॉ एंड ऑर्डर चंदन कुमार की अध्यक्षता में गठित दो पैनलिस्ट की टीम ने 21 से 24 जून तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सभी आवेदकों का साक्षात्कार लिया और 29 जून 2021 को सारी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न कर इसका परिणाम घोषित कर वेबसाइट www.dhanbad.nic.in पर अपलोड भी कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कुल 206 लोगों का इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद पैनलिस्ट की टीम ने इसमें से सर्वश्रेष्ठ आवेदकों का चयन किया। अब जिले के लोगों को एक-एक कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, तथा नेफ्रोलॉजिस्ट जैसे सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सक के साथ अब 20 मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस), पांच डेंटिस्ट, चार-चार स्पेशलिस्ट इन पेडियाट्रिक व स्पेशलिस्ट इन गाइनेकलॉजी तथा हॉस्पिटल मैनेजर, तीन स्पेशलिस्ट इन एनेस्थीसिया, दो स्पेशलिस्ट इन ऑर्थोपेडिक के अलावा एक-एक ऑपथोलमोलोजिस्ट, ई-सवास्थय हॉस्पिटल आईटी मैनेजर, ईएनटी स्पेशलिस्ट, साइकोलॉजिकल काउंसलर तथा स्पेशलिस्ट इन सर्जरी की सेवा प्राप्त होगी। डीएमएफटी के तहत नियुक्ति प्रक्रिया में दो पैनलिस्ट की टीम के समक्ष 206 आवेदकों ने इंटरव्यू दिया था। इसमें मेडिकल ऑफिसर (एमबीबीएस) 56, डेंटिस्ट 49, हॉस्पिटल मैनेजर (एडमिनिस्ट्रेशन) 28, ई-स्वास्थ्य हॉस्पिटल आईटी मैनेजर 18, साइकोलॉजिकल काउंसलर व स्पेशलिस्ट इन पैट्रियोटिक के लिए 12-12, स्पेशलिस्ट इन एनेस्थीसिया के लिए छह, स्पेशलिस्ट इन गाइनेकोलॉजी, ऑर्थोपेडिक व सर्जरी के लिए 5-5, स्पेशलिस्ट इन ऑपथोलमोलोजी चार, न्यूरोलॉजिस्ट व कर्डियोलॉजिस्ट के लिए दो-दो तथा नेफ्रोलॉजिस्ट व ईएनटी स्पेशलिस्ट के लिए एक-एक आवेदक ने इंटरव्यू दिया था।
उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 महामारी के पिछले एक वर्ष में देखा गया है कि सरकारी अस्पतालों में सभी स्तरों पर डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और अन्य कर्मियों सहित स्वास्थ्य संसाधनों के रिक्त पदों को भरना तथा विशेषज्ञों को नियुक्त करके सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करना महत्वपूर्ण था। इसलिए धनबाद जैसे खनन प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण पदों को भरना डीएमएफटी के उद्देश्यों के अनुसार है।