खूँटी (स्वदेश टुडे)। विश्व हिंदू परिषद् ने आज महा-माहिम राष्ट्रपति के नाम खूँटी उपायुक्त शशि रंजन को पड़ोसी देश में वहाँ के अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विषय में जानकारी देते हुए ज्ञापन सौंपा। जिसमें विहिप जिलाध्यक्ष विनोद जायसवाल, मंटु भगत, विकास मिश्रा , राजतिलक सिंह , आदि अनेक लोग उपस्थित थे। ज्ञापन में विहिप ने बताया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में वहाँ बचे अल्पसंख्यक हिन्दू-सिखों के विरुद्ध जघन्य अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। गत एक सप्ताह में बग्लादेश में तो हद ही हो गई। वहाँ ना हिंदूओं की जान बचाई जा सकी ना उनकी बहिन बेटियों की इज्जत, ना माँ दुर्गा पूजा के मंडप बचे और ना ही हिन्दू मंदिर। मंदिरों में जबरन घुसकर भगवान की मूर्तियों को खंडित करना, उनको बड़ी ही बेरहमी से तोड़ना, छोटी छोटी बच्चियों से बलात्कार, हत्या, लूटपाट, आगजनी जैसा कोई भी कुकृत्य इस्लामिक जिहादियों ने नहीं छोड़ा। जब से अफगानिस्तान पर बर्बर तालिबान का शासन हुआ है अन्य पड़ोसी देशों में भी जिहादी आतंकियों के आक्रमण लगातार बढ़े हैं। अकेले दुर्गापूजा के दौरान बांग्लादेश के 22 से ज्यादा जिलों में हिंसा की घटनाएं घट चुकी है। हिंदुओं के 150 से ज्यादा दुर्गा पूजा पंडाल अपवित्र कर तहस-नहस कर दिए गए। चाहे नोआखली का इस्कॉन मंदिर हो या ढाका का ढाकेश्वरी मंदिर, बंदरबन का लामा हरी मंदिर हो या चाँदपुर का श्रीराम कृष्ण मिशन आश्रम चौमुहानी का रामठाकुर आश्रम हो या चौक बाजार का करुणामई काली मंदिर, और या फिर कुउरीग्राम के सात अन्य मंदिर। ये सूची बड़ी लंबी है। कितने ही घरों, दुकानों व धर्मस्थल में हिंसा आगजनी व लूटपाट का नंगा नाच हुआ कुछ कहा नहीं जा सकता। 10-12 हिन्दू अपनी जान गंवा चुके। देवी देवताओं की मूर्तियां तोड़ दी। हिंदुओं को मारा पीटा गया। माताओं बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इतना सब होने के पश्चात भी दांग्लादेश की सरकार आँख बंद करके बैठी है।
विहिप के जिला सहमंत्री प्रियंक भगत ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद बांग्लादेश सरकार से मांग करती है कि हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों तथा अत्याचारों को रोकने हेतु कड़े कदम उठाए तथा भारत सरकार से निवेदन करती है। मान्यवर इन वीभत्स काण्डों व बांग्लादेश से इन घटनाओं को रोकने हेतु दबाब बनाए। ताकि हिंदूओं पर अत्याचार बंद करे।
इस दौरान जिला विहिप ने धरना प्रदर्शन के लिए एसडीओ सैयद रियाज अहमद को अनुमति मांग की मांग की थी। लेकिन ऐसी मांगों के लिए एसडीओ श्री अहमद ने इस कार्य के लिए अनुमति नहीं दी। इस पर विहिप के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना था कि सभी पार्टियों को धरना प्रदर्शन के लिए एसडीओ के द्वारा परमिशन दिया जाता रहा है। लेकिन आज ऐसे न्याय की मांग के लिए धरना प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं मिली।