लोहरदगा। जिले में मंगलवार को मौसम का मिजाज बदल गया. इससे लोगों की परेशानी भी बढ़ गई. गरज के साथ बारिश शुरू हो गई.
जिले के शहरी तथा ग्रामीण इलाकों की सड़कें दोपहर में ही वीरान नजर आने लगीं. लोग ठंड के कारण अपने घरों में दुबकने को विवश हो गए. सबसे ज्यादा परेशानी रोज कमाने खाने वालों को होने लगी. मजदूरी करने वाले लोग एक बेला काम करके ही अपने-अपने घर लौटने को विवश हो गए. क्योंकि, बारिश हो रही थी ऐसे में किसी भी तरह का काम करना संभव नहीं था. लोग घर लौट गए.
बाजार में भी वीरानगी की नजर आने लगी .दुकाने तो खुली थी लेकिन ग्राहक नदारद थे. ग्राहकों के इंतजार में दुकानदार बैठे रहे. सरकारी कार्यालयों में भी वीरानगी छाई रही. किसानों का कहना है कि बेमौसम बरसात से उनकी खेतों में लगी सब्जियों को नुकसान होगा. अभी आलू की तैयार फसल भी इस बरसात में खराब होगी.
मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि गरज के साथ बारिश तो होगी ही ओले पड़ने की संभावना है. ऐसी स्थिति में किसानों की परेशानी और ज्यादा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. एक तो ठंड के मौसम में सर्दी खांसी बुखार से लोग पीड़ित हैं .ऊपर से बेमौसम बरसात ने मरीजों की संख्या भी बढ़ाई है .गले की खराश सर्दी खांसी बुखार लोहरदगा जिला में आम हो गया है. लोग कोरोनावायरस की डर से अस्पतालों में नहीं जा रहे हैं. लेकिन दवा दुकानों से दवा लेकर खा रहे हैं. इधर जिले में कोरोना का प्रकोप भी लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे समय में मौसम का मिजाज बदलने लोगों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है.