अयोध्या। पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर भूमि पूजन के अवसर पर रामलला के लिए कुछ खास लेकर आयोध्या आए। संभवतः वो रामलला के लिए लाई गई अपनी भेंट कार में ही भूल गए। प्रधानमंत्री जब कार से उतर कर परिसर की तरफ बढ़े तो उन्हें अपनी उस भेंट की याद आई। फिर प्रधानमंत्री खुद कार की तरफ चल पड़े। मोदी ने कार में आकर वो भेंट लिया और फिर पूजा स्थल पर पहुंचे। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने हनुमानगढ़ी जाकर बाल हनुमान का दर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में 28 साल बाद पहुंचे हैं। वह एक साथ तीन रेकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। वह श्रीराम जन्मभूमि जाने वाले प्रथम प्रधानमंत्री बने हैं। यह देश में पहला मौका होगा, जब प्रधानमंत्री अयोध्या की हनुमानगढ़ी का दर्शन करेंगे। इसी के साथ देश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के प्रतीक किसी मंदिर के शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले पहले प्रधानमंत्री के तौर पर भी नरेंद्र मोदी का नाम दर्ज होगा। यह जानकारी भूमि पूजन आयोजन से जुड़े सूत्रों ने दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पूर्व 28 साल पहले 1992 में पहली बार अयोध्या पहुंचे थे। तब वह बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में निकली तिरंगा यात्रा में उनके सहयोगी के तौर पर अयोध्या पहुंचे थे। यह यात्रा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की मांग को लेकर निकली थी। बताया जाता है कि जनवरी 1992 में कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 18 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। तब मुरली मनोहर जोशी के साथ नरेंद्र मोदी ने फैजाबाद (अयोध्या) के जीआइसी मैदान में सभा को संबोधित किया था। इस दौरान डॉ. जोशी और नरेंद्र मोदी ने रामलला के दर्शन भी किए थे।