खूँटी। आज विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, श्री हेमंत सोरेन के द्वारा वर्चुअल माध्यम से केसीसी, पशुधन वितरण सह परिसंपत्तियों का वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त शशि रंजन, उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह एवं अनुमण्डल पदाधिकारी सैयद रियाज़ अहमद के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उक्त आयोजित कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी, एल.डी.एम , उप परियोजना निदेशक, आत्मा व जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम में लाभुकों के बीच केसीसी, पशुधन एवं परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। इस दौरान सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आए हुए किसानों, लाभुकों से उपायुक्त ने मुलाकात की एवं विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी।
किसान क्रेडिट कार्ड एवं पशुधन वितरण के आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त ने जिलेवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आमजनों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित करना हमारी प्राथमिकता है। आज विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर राज्य सरकार के निर्देशानुसार किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में जिले के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया जा रहा है। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि किसान हमारे देश के भाग्यविधाता है व देश की प्रगति के सूत्रधार हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे कृषकों को सन्देशवाहक बनने की आवश्यकता है ताकि ये विकासशील योजनाओं को सफल रूप प्रदान किया जा सके। उन्होंने KCC योजना को लेकर किसानों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि किसानों को सशक्त बनाना हमारा उद्देश्य है। इसमें कृषक मित्रों की भी भूमिका अहम है उनके योगदान से कृषि को नया आयाम मिलेगा। कृषि गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि 1000 एकड़ में लेमनग्रास की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। इसे और बढ़ाया जाएगा व बेहतर अवसरों का सृजन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रत्येक प्रखण्ड में FPO का गठन किया जा रहा है। हर परिवार हर व्यक्ति को सशक्त करने हेतु आर्थिक रूप से मजबूत होना आवश्यक है। इसके लिए KCC किसानों के लिए सीधा लाभ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत बकरा विकास योजना सुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कड़ पालन योजना, ब्रायलर कुक्कड़ पालन योजना एवं बत्तख चुजा वितरण योजनाओं के तहत लाभ दिए जा रहे हैं। साथ ही इसमें मनरेगा के तहत पशु शेड का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ किसानों को वैज्ञानिक खेती व नई तकनीकों के साथ खेती करने से संबंधित प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं ताकि जिले के किसान वैज्ञानिक विधि से खेती कर अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाएं एवं ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो।
उपायुक्त ने लाभुकों से बात कर उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा उक्त सभी योजनाओं से जोड़ने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से जुड़ आप लाभान्वित होंगे एवं आर्थिक सशक्तिकरण की ओर अग्रसर होंगे।
कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त ने किसानों का उत्साहवर्धन करने के क्रम में कहा कि आज भी हमारे राज्य में कृषि जीविकोपार्जन का मुख्य साधन है। जिला के ग्रामीण बड़े पैमाने पर कृषि आधारित कार्य करते हैं। जिनसे उनका जीविकापार्जन होता है। राज्य सरकार के द्वारा किसानों की आय दुगनी करने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है ताकि उसका समुचित लाभ किसानों को मिल सके। साथ ही किसानों के बीच बीज, खाद्य, उर्वरक तथा कृषि सयंत्रो आदि का वितरण स-समय कराया जाता है। ताकि किसानों को उसका लाभ दिया जा सके। जिससे कि किसानों की आय में वृद्धि हो व किसान आत्मनिर्भरता की और बढ़ें।
आज के इस कार्यक्रम में दूरदराज से आए हुए लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि गांव के हर एक व्यक्ति को विकास की योजनाओं से जुड़कर लाभान्वित करना है।
उक्त कार्यक्रम के उपलक्ष्य में विभागवार परिसंपत्तियों का वितरण कई लाभुकों के बीच किया गया। PM किसान में निबंधित कुल 58086 किसानों में से कुल 35803 किसानों को KCC से आच्छादित किया जा चुका है। शेष 21669 लक्ष्य के विरुद्ध कुल 17547 आवेदन प्राप्त किये गए हैं जिनमें कुल 11971 आवेदन बैंकों में भेजे जा चुके हैं एवं कुल 2473 आवेदन स्वीकृत किये गए है। शेष लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जिला अंतर्गत मिशन मोड़ में कार्य जारी है।
आज कार्यक्रम में KCC, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, डीप बोरिंग की योजना, बत्तक चूजा वितरण योजना व बकरा विकास योजना के तहत लाभुकों के बीच परिसम्पत्तियों का वितरण किया गया।