डूंगरपुर। पुलिस ने रीट परीक्षा सहित आगामी दिनों में आने वाली अन्य परीक्षाओं में डमी उम्मीदवार बैठाकर राशि हड़पने के एक मामले का बड़ा खुलासा करते हुए एक शिक्षक सहित चार अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इधर पूरे मामले को लेकर जिला पुलिस के साथ साथ एसओजी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मय दल के मौके पर पहुंच गए हैं और मुख्य सरगना सहित चार अन्य आरोपितों से पूरे मामले की पूछताछ की जा रही है ताकि अन्य परीक्षाओं में डमी उम्मीदवार बैठाने के नाम पर कितनी राशि हड़पी गई है उसकी जानकारी जुटा सकें।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि गुरुवार देर रात्रि को पीठ के एक कॉम्पलेक्स में निवासरत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कदवाल फला डूंका में कार्यरत शिक्षक बाडमेर निवासी भंवरलाल कड़वासरा के मकान पर दबिश दी जहां एक निजी कॉलेज भी संचालित होता है। जब अभियुक्त के कमरे पर तलाशी ली तो उसके यहां से रीट परीक्षा 2021 के 16 आवेदन पत्र तथा आगामी दिनों में होने वाली एएसआई भर्ती परीक्षा के 3 अभ्यार्थियो के प्रवेश पत्र, भरी हुई ओएमआर शीट की कार्बन प्रति, जुनियर एकाउंटेट की हाल ही में 18 नवम्बर को सम्पन्न हुई परीक्षा के दस्तावेज तथा फोरेस्ट गार्ड परीक्षा के 8 अभ्यार्थियों के आवेदन पत्र पाये गये। यहीं नहीं 8 व्यक्तियों के आधार कार्ड भी मौके पर बरामद हुए। इसके अलावा भरत पाटीदार का एसबीआई बैंक शाखा गडाजसराजपुर के दो चैक, नटवरलाल बामणिया के आईसीआईसीआई सागवाडा ब्रांच के 3 चैक, गोपाल कृष्ण खराडी के एसबीबीजे के दो चैक, राकेश बामणिया का बीओबी चिखली के 2 चैक, इसके अलावा 12 लाख 17 हजार 800 रुपया नकद बरामद हुए जो कि वहां रखे एक रजिस्टर में इन्द्राज थे। आरोपित से पूछताछ में उसने बताया कि धोरीमन्ना में कार्यरत शिक्षक भंवरलाल विश्नोई के सहयोग से रीट व अन्य परीक्षाओं में डमी अभ्यार्थी के लिए उक्त रकम वसुली गई थी तथा वसुली गई राशि में से 3-3 लाख रूपया मुकेश पुत्र मणीलाल अहारी, राकेश पुत्र धुलाजी अहारी, पृथ्वीराज पुत्र मोतीलाल डामोर से एएसआई परीक्षा के लिए वसुले थे। उक्त अभियुक्त भंवरलाल द्वारा एक गिरोह बनाकर ऐसी कार्यवाहियों को अंजाम दिया जाता है।
इधर शुक्रवार को एसओजी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्वाति शर्मा भी धम्बोला थाना पहुंची और आरोपी से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि भंवरलाल विश्रोई निवासी धोरीमन्ना बाडमेर, राजेन्द्र राजगुरू उर्फ लादूराम राजपुरोहित निवासी बाड़मेर गिरोह बनाकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में जनजाति क्षेत्र के अभ्यार्थियो से मोटी रकम वसुलकर डमी अभ्यार्थी बैठाते हैं।