हांगकांग। हांगकांग में आठ प्रदर्शनकारी छात्रों ने शुक्रवार को समर्पण कर दिया। ये लोग विगत तीन दिनों से पुलिस की घेराबंदी की वजह से पॉलिटेक्निक विश्वविद्यालय परिसर में फंसे हुए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ और छात्र विश्वविद्यालय परिसर में हैं जो बाहर निकलने के लिए बेचैन हैं और वे किसी समय समर्पण कर सकते हैं। बताया जाता है कि विश्वविद्यालय परिसर की घेराबंदी अब हटा ली जाएगी, क्योंकि वहां अब करीब सौ छात्र ही रह गए हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, विश्वविद्यालय परिसर अब वीरान लग रहा है इसलिए वहां शांति है। कुछ प्रदर्शनकारी छात्र वहां सुरक्षा अधिकारियों के साए में इधर-उधर घूम रहे हैं तो कुछ इतने डरे हुए हैं कि उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
एक छात्र ने कहा कि वे थक गए हैं और बाहर निकलने का रास्ता तलाश रहे हैं। लेकिन उन्होंने नाराजगी जाहिर की चीन उनकी आजादी में खलल डाल रहा है। हालांकि हांगकांग के अधिग्रहण के समय स्वतंत्रता का वादा किया गया था।
उधर चीन का कहना है कि वह एक देश, दो व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन फिर भी हांगकांग को चीनी मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास करता रहा है। प्रत्यर्पण विधेयक इसका ज्वलंत उदाहरण है। यद्यपि इस विधेयक को पूर्णत: वापस ले लिया गया है। फिर भी विगत पांच महीनों से आन्दोलन चल रहा है और थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कुछ और मांगें रख दी हैं जिसे चीनी प्रशासन मानने को तैयार नहीं है।