जहां तक टमाटर का सवाल है तो रविवार की इसकी औसत कीमत 45 रुपये प्रति किलो पहुंच गई जो सितंबर में 27 रुपये और एक साल पहले 41 रुपये थी। आंकड़ों के मुताबिक कोलकाता में टमाटर 93 रुपये किलो बिक रहा था। सूत्रों के मुताबिक देश के कुछ इलाकों में भारी बारिश के कारण आने वाले दिनों में टमाटर की कीमत और ऊपर जा सकती है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि प्याज, टमाटर और आलू की कीमत पिछले साल के मुकाबले कम है।
अमूमन सितंबर-नवंबर के दौरान स्टॉक घटने से प्याज की कीमत में तेजी आती है। नई फसल नवंबर के मध्य में आनी शुरू होती है। मंत्रालय का कहना है कि बफर स्टॉक जारी होने से प्याज की कीमतों को स्थिर किया जा रहा है, जबकि टमाटर और आलू की कीमतों में नरमी के प्रयास जारी हैं। कीमतों में नरमी और न्यूनतम भंडारण हानि सुनिश्चित करने के लिए प्याज के स्टॉक को अगस्त के अंतिम सप्ताह से फर्स्ट-इन-फर्स्ट-आउट (एफआईएफओ) के आधार पर उचित तरीके से बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है।
इसी के परिणामस्वरूप 14 अक्टूबर को महानगरों में खुदरा प्याज की कीमत 42 से 57 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में पहुंच गई है। वही प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 37.06 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि औसत थोक दर 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी। खुदरा बाजारों में 14 अक्टूबर को प्याज की कीमत चेन्नई में प्याज 42 रुपये प्रति किलो, दिल्ली में 44 रुपये प्रति किलो, मुंबई में 45 रुपये प्रति किलो और कोलकाता में 57 रुपये प्रति किलो पर रही।
खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्याज का बफर स्टॉक उन राज्यों में जारी किया जा रहा है जहां कीमतें अखिल भारतीय औसत से ऊपर हैं और कीमतें पिछले महीने की तुलना में बढ़ रही हैं। विभाग ने कहा कि 12 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, पटना, रांची, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, हैदराबाद, बंगलुरू, चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़, कोच्चि और रायपुर जैसे प्रमुख बाजारों में कुल 67,357 टन प्याज जारी किया गया।