नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि कुछ तत्व देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐेसे लोग देश के विकास में बाधक हैं। बाधित कर रहा है। उन्होंने कहा कि निंदा पर्याप्त नहीं है और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और अन्य सहित कट्टरपंथी ताकतों के खिलाफ काम करने की जरूरत है। अजीत डोभाल ने यह बात दिल्ली में आयोजित अंतर धार्मिक बैठक के दौरान कही। इस दौरान मुस्लिम नेताओं ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। दिल्ली में आयोजित अंतर धार्मिक बैठक के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा, “कुछ लोग धार्मिक मान्यताओं के आधार पर समाज के भीतर और बाहर कलह का प्रभाव पैदा करना चाहते हैं। बहुमत खामोश है। हम मूक दर्शक नहीं बन सकते। हमें संगठित होकर आवाज उठानी होगी, गलतियों में सुधार करना होगा। डोभाल ने कहा के वे धर्म और विचारधारा के नाम पर कटुता और संघर्ष पैदा कर रहे हैं, यह पूरे देश को प्रभावित कर रहा है और देश के बाहर भी फैल रहा है। उन्होंने कहा कि हमें मूकदर्शक बने रहने के बजाय अपनी आवाज को मजबूत करने के साथ-साथ अपने मतभेदों पर जमीनी स्तर पर काम करना होगा। हमें भारत के हर वर्ग को यह महसूस कराना है कि हम एक साथ एक देश हैं, हमें इस पर गर्व है और यहां हर धर्म को स्वतंत्रता के साथ स्वीकार किया जा सकता है। बैठक में मौजूद मुस्लिम नेताओं ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। एनएसए डोभाल की अध्यक्षता में अंतर-धार्मिक बैठक में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं ने भाग लिया। धार्मिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार के आउटरीच के हिस्से के रूप में आयोजित इस सम्मेलन में सूफी संतों ने भी भाग लिया।