रांची। झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति के तहत बुधवार को भाकपा माओवादी के 8 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इन नक्सलियों की उम्र करीब 18 से 22 साल है। इसमें 3 युवतियां है।
भाकपा माओवादी संगठन के एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा उर्फ सागर और पतिराम मांझी उर्फ अनल दा दस्ते की तीन महिला नक्सलियों सहित आठ ने बुधवार को रांची के आईजी कार्यालय में पुलिस और सीआरपीएफ के समक्ष सरेंडर किया है। इस दौरान आईजी अभियान एवी होमकर, जोनल आईजी पंकज कंबोज, डीआईजी एसटीएफ अनुप बिरथरे, चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर और सीआरपीएफ के अधिकारी मौजूद थे।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में जयराम बोदरा, सरिता उर्फ मुंगली सरदार, सोमवारी कुमारी, मारतम अंगरिया, तुंगीर पूर्ति, पातर कोड़ा, कुसनु सिरका और संजू पूर्ति शामिल हैं। इन सभी नक्सलियों के ऊपर चाईबासा जिले के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। जयराम बोदरा के पर कुल 11 मामले दर्ज हैं जबकि सरिता सरदार पर छह मामले दर्ज हैं। सोमवारी कुमारी पर दो, मारतम अंगरिया पर पांच, तुंगीर पूर्ति पर एक, पातर कोड़ा के पर छह मामले दर्ज हैं। कुसनू सिरका और संजू पूर्ति पिछले तीन साल से नक्सल संगठन में सक्रिय थे।
आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि झारखंड सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इसका परिणाम सकारात्मक मिल रहा है। अबतक भाकपा माओवादी सहित अन्य प्रतिबंधित नक्सली संगठनों के कई बड़े इनामी नक्सली कमांडरों से लेकर दस्ता सदस्य आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसी कड़ी में भाकपा माओवादी संगठन के आठ नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सभी सरेंडर करने वाले नक्सली कोल्हान और पोड़ाहाट के सुदूर जंगल-पहाड़ी क्षेत्रों के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखते थे।