कोलकाता। लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनी जड़ें और अधिक गहरी कर ली है। पार्टी ने एक महीने चलाए गए सदस्यता अभियान के दौरान प्रदेश में 77 लाख नए सदस्य बनाए हैं। इसमें अधिकतर युवा हैं।
प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि केवल ऐसा नहीं है कि सीमावर्ती इलाकों में हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हमें झाड़ग्राम और मेदिनीपुर में भी सकारात्मक परिणाम मिले हैं। सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में लोग भाजपा से जुड़े हैं क्योंकि वह तृणमूल कांग्रेस के कुशासन, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अवैध घुसपैठ से तंग आ गए हैं। भाजपा सत्ता में आती है तो निश्चित तौर पर यहां एनआरसी लागू कर घुसपैठियों को निकला जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने छह जुलाई को देशभर में सदस्यता अभियान शुरू किया था जो 20 अगस्त तक चला। केन्द्रीय नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल में 60 लाख लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसे भाजपा ने पार कर लिया है।
भाजपा नेताओं के अनुसार 77 लाख नए लोगों को सदस्य बनाया गया है जिनमें से अधिकतर 25 से 40 आयुवर्ग के हैं। भारत-बांग्लादेश सीमा के करीबी जिले जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार के अलावा मालदा, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में सदस्यता अभियान को काफी सफलता मिली है। सदस्यता अभियान को पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, झारग्राम और बांकुड़ा के जंगलमहल जिले में भी अच्छी सफलता मिली है।