रोहतक। केदारनाथ में प्रधानमंत्री के लाइव कार्यक्रम को लेकर गांव किलोई स्थित प्राचीन शिव मंदिर में पहुंचे भाजपा नेताओं को किसानों ने करीब सात घंटे तक बंधक बनाए रखा। किसान इस बात पर अड़े हुए थे कि भाजपा नेता माफी मांगे और यह आश्वासन दे कि आगे किसी भी गांव में आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचेगे। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए तीन जिलो की पुलिस व आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
यहां तक कि पैरामिल्ट्री फोर्स को भी मौके पर बुलाया गया। बाद में पूर्व सहकारिता मंत्री ने हाथ जोड़े तो किसान शांत हुए और इसके बाद उन्होंने भाजपा नेताओं व कार्यकर्त्ताओं को मंदिर से निकलने दिया। जबकि पूर्व मंत्री की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने तो हाथ जोडक़र सभी को राम-राम किया था, ना कि माफी मांगी थी। स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज करने की भी तैयारी की है, लेकिन अभी तक पुलिस को लिखित में शिकायत नहीं मिली है।
शुक्रवार सुबह को किलोई भाजपा मंडल की तरफ से गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में केदारनाथ में आयोजित प्रधानमंत्री का कार्यक्रम देखने के लिए लाइव कार्यक्रम रखा गया था, जिसको लेकर संगठन मंत्री रविन्द्र राजू, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, सतीश नांदल, मेयर मनमोहन गोयल, राजकमल सहगल आदि सहित कई भाजपा नेता कार्यक्रम में पहुंचे। इसी दौरान किसानों को कार्यक्रम की सूचना मिली तो वह मंदिर के बाहर एकत्रित होने लगे। देखते ही देखते वहां पर किसानों का जमावडा लग गया और किसानों ने मंदिर के मेन गेट को बंद कर भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया।
मौके पर मौजूद कुछ पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिसकर्मी कुछ नहीं कर पाए। मामले की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस के आला अधिकारी भी गांव पहुंच गए और उन्होंने किसानों से बातचीत की, लेकिन किसानों ने पुलिस प्रशासन के सामने यह शर्त रखी कि जब तक भाजपा नेता माफी नहीं मांगते है, उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा। प्रशासन के अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से सम्पर्क किया और इस बारे में बताया, लेकिन भाजपा नेताओं ने माफी मांगने से इंकार कर दिया।