कोलकाता। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. ओमप्रकाश मिश्रा ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। लोकसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ भवानीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
तृणमूल भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बनर्जी के साथ पार्टी महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में प्रो. मिश्रा ने कोलकाता की भवानीपुर विधानसभा सीट से ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद जुलाई में प्रो. मिश्रा ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा समेत अन्य नेताओं को भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की थी। उसी समय राहुल गांधी ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के बीच गठबंधन बनाने के लिए प्रो. मिश्रा ने जी-जान से कोशिश की थी हालांकि वह सफल नहीं हो पाए थे।
प्रो. मिश्रा सिटीजन फोरम के भी सदस्य हैं। यह फोरम मूल रूप से वामपंथी बुद्धिजीवियों का संगठन है। इससे राज्य के बुद्धिजीवी वर्ग में भी तृणमूल कांग्रेस की पैठ सुनिश्चित होगी। इसके अलावा मिश्रा प्रखर बांग्लाभाषी होने के साथ-साथ उम्दा हिंदीभाषी भी हैं। मिश्रा कांग्रेस में शुरुआत से ही रहे हैं और ममता ने भी कांग्रेस से निकलकर तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था।