नागपुर। महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच मुख्यमंत्री पद पर चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे। सरकार भाजपा और शिवसेना की ही बनेगी।
मुख्यमंत्री पद को लेकर अपने नाम की चर्चा के सवाल पर गडकरी ने कहा कि वह नई दिल्ली में ही खुश हैं। उनका मुंबई जाने का कोई इरादा नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए 15 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। राज्य सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल नौ नवम्बर को पूरा हो रहा है। नौ नवम्बर के पहले राज्य में सरकार का गठन होना आवश्यक है।
भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी शिवसेना मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के लिए अड़ी हुई है।
इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालयों की भी मांग कर रही है। जबकि भाजपा का कहना है कि ढाई-ढाई साल का यह फार्मूला नहीं माना जा सकता। इस गतिरोध के बीच भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए उछाला जाने लगा, लेकिन उन्होंने नागपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया।
गडकरी ने कहा कि चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है। भाजपा सबसे बडे़ दल के रूप में उभरी है। सबसे बडे़ दल का नेता ही मुख्यमंत्री बनता रहा है। भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों ने फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना है। इससे यह साफ हो जाता है कि फडणवीस ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत से फडणवीस की मुलाकात के सवाल पर गडकरी ने कहा कि संघ गैर-राजनीतिक संगठन है। मुख्यमंत्री और सरसंघचालक की किसी अन्य वजह से मुलाकात हुई थी। सत्ता की राजनीति में संघ का नाम जोड़ना अनुचित होगा।
विधानसभा की दलीय स्थिति
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 105, शिवसेना 56, राकांपा 54, कांग्रेस 44, बहुजन विकास अघाड़ी 03, सपा 02, एआईएमआईएम ने 02 सीटें जीती हैं। 13 निर्दलीय भी विधानसभा में पहुंचने में कामयाब हुए हैं, जबकि अन्य छोटे दलों के 11 विधायक हैं। 13 निर्दलीय विधायकों में से आठ ने शिवसेना को और पांच ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है।