उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 16 जिलों में एमएसएमई इकाइयों को सौगात देने का ऐलान किया है. योगी सरकार ने 16 जिलों में एमएसएमई इकाइयों के लिए 17 सामान्य सुविधा केंद्र स्थापित करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार के सूक्ष्म और लघु उद्यम कलस्टर विकास कार्यक्रम के तहत 155.95 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
योगी सरकार के इस फैसले से इकाइयों को विनिर्माण, मार्केटिंग, पैकेजिंग, टेस्टिंग लैब, कच्चा माल और बैंक से संबंधित कार्यों में आसानी होगी. जिलेवार सुविधाओं की बात करें तो झांसी में दो क्लस्टर बनाए जाएंगे, जिनमें मसालों और अनाज की प्रोसेसिंग पैकेजिंग की जाएगी. जबकि रानीपुर में हैंडलूम क्लस्टर बनेगा. बाराबंकी में चिकनकारी, गाजीपुर में जूल वॉल हैंगिंग, चंदौली में पूर्वांचल एग्रो इंडस्ट्रीज़ और वाराणसी में हाईटेक सिल्क वीविंग एंड डिज़ाइन कलस्टर बनेगा.
वहीं, यूपी के सोनभद्र में कारपेट एवं दरी, संतकबीर नगर में ब्रास वेयर यूटेंसिल, गोरखपुर में टेराकोटा और पॉटरी, लखीमपुर खीरी में चिकनकारी, बदायूं में ज़री-ज़रदोज़ी और मुरादाबाद में वुडेन प्रोसेसिंग क्लस्टर का विकास होगा. यह फैसला योगी सरकार की तरफ से लिया गया है. इसके अलावा मेरठ में लेदर गुड्स, संभल में प्रोसेसिंग एंड प्रोडक्ट डेवलपमेंट सेंटर, आज़मगढ़ में जूट रोप यार्न, गौतमबुद्ध नगर में प्लास्टिक और सहारनपुर में लेदर फुटवियर क्लस्टर की स्थापना होगी.