मुंबई। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राज्य में भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता बंटवारे के लिए कभी भी 50-50 का फार्मूला तय नहीं हुआ। शिवसेना के दिवंगत प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के समय से ही ‘जिसके विधायक अधिक, उसका मुख्यमंत्री’ फार्मूला चलता आ रहा है।
केंद्रीय मंत्री गडकरी से मुंबई में शुक्रवार को राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े, पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सुभाष देशमुख व संभाजी पाटील निलंगेकर ने मुलाकात की। इसके बाद गडकरी ने पत्रकारों से बातचीत की। गडकरी ने कहा कि राज्य में फडणवीस के नेतृत्व में ही भाजपा सरकार का गठन होगा।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा-शिवसेना के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर भी समझौता हुआ था। इस समझौते में राज्य में सत्ता के बंटवारे के लिए 50-50 का फार्मूला तय हुआ था। शिवसेना के इस दावे का देवेंद्र फडणवीस ने भी खंडन किया था।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के करीबी किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और नितिन गडकरी को पत्र लिखकर राज्य में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनाने में आ रहे गतिरोध को दूर करने की मांग की थी। इसके बाद फडणवीस ने सरसंघचालक डॉ. भागवत और केंद्रीय मंत्री गडकरी से नागपुर में मुलाकात की थी। गडकरी ने गुरुवार को नागपुर में कहा था कि जिसके विधायक अधिक उसका मुख्यमंत्री बनना चाहिए। यही बात उन्होंने शुक्रवार को फिर कही है।