एमपी। मामला राजगढ़ जिले के पाटनकलां गांव का है. यहां पर वैक्सीनशन के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी.
टीकाकरण केंद्र पर गांव के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए बुलाया गया था. गांव के ही रहने वाले कंवरलाल को भी वैक्सीन के लिए टीकाकरण केंद्र लाया गया.
लेकिन वैक्सीनशन टीम को देखकर उसने वैक्सीन लगवाने से मना कर दिया.
वैक्सीन का डर उसके मन में इस कदर था कि वो वैक्सीन केंद्र के पास लगे पेड़ पर चढ़ गया और तब तक वहीं बैठा रहा जब तक उस केंद्र में वैक्सीन खत्म नहीं हो गई.
युवक के मन में इस बात का डर बैठा हुआ था कि टीका लगने से बुखार आता है और बहुत परेशानी हो जाती है.
इस वजह से वो टीका लगवाने से बच रहा था. उसने न तो खुद टीका लगवाया और न ही अपनी पत्नी को टीका लगने दिया.
युवक काफी देर तक पेड़ पर चढ़ा रहा उसके बाद जब उसे यह जानकारी लगी कि गांव में टीकाकरण खत्म हो चुका है तब वह पेड़ से नीचे उतरा.
फिलहाल उसे और उसकी पत्नी को अभी भी टीका नहीं लग पाया है.
इस मामले की जानकारी मिलने पर खुजनेर बीएमओ डॉक्टर राजीव गांव में पहुंचे और उस शख्स की कांउसलिंग की.
युवक खुद तो वैक्सीन के डर से पेड़ पर चढ़ा लेकिन हैरानी की बात यह है कि उसकी पत्नी वैक्सीन लगवाने के लिए राजी थी.
लेकिन शख्स अपनी पत्नी का आधार कार्ड लेकर पेड़ पर चढ़ गया था, ताकि उसे भी वैक्सीन नहीं लगे.
फिलहाल काउंसलिंग के बाद युवक के मन से वैक्सीन का डर हटाया गया है. अब जिस दिन टीकाकरण होगा वो अपनी पत्नी के साथ वैक्सीन लगवाने जाएगा