रांची। झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में रविवार सुबह करीब एक-डेढ़ घंटे तक हुई झमाझम बारिश से खेती कार्य में लगे किसानों के चेहरे खिल गये।
राजधानी रांची समेत झारखंड के कई हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश हुई। आसमान के काले बादलों से ढंक जाने की वजह से सुबह में सड़क पर वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ी। बारिश की वजह से किसानों के चेहरे खिल उठे। वहीं, शहर के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों तक हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। दक्षिणी झारखंड में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा भी दर्ज की गयी। सबसे अधिक बारिश जमशेदपुर में दर्ज की गयी, यहां 146मिमी बारिश हुई। मौसम पूर्वानुमान में बताया कि अगले 48 घंटों में राज्य के मध्य और दक्षिणी जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
इस बारिश के कारण राज्य में औसत बारिश की स्थिति में सुधार हुई है। हालांकि अब भी राज्य में सामान्य से 31 प्रतिशत कम बारिश हुई है। सबसे खराब स्थिति गोड्डा जिले की है,जहां औसत से 62 कम बारिश हुई है, जबकि पाकुड़ में सामान्य से 45 प्रतिशत कम, खूंटी में सामान्य से 51 और रांची में सामान्य से 39 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
इधर ,देवघर जिले के करो और सारवा प्रखंड में हल्की बारिश के साथ हुए वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगो की मौत हो गयी। पहली घटना करो प्रखंड के धबोना गांव में घटी जहां वज्रपात से एक 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि उसका छोटा भाई जख्मी हो गया। दोनों भाई खेत में धान का बिछड़ा निकाल रहे थे। दूसरी घटना सारवा प्रखंड के नावाडीह में हुई जहां वज्रपात से एक 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी। उधर, गुमला जिले के सिसई बस्ती में वज्रपात से एक 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 3 झुलस गए। घाघरा थाना क्षेत्र के गम्हरिया और सदर थाना क्षेत्र के झरगांव में भी बज्रपात हुई पांच महिलाएं घायल हो गई हैं।