खूँटी । जिले में चल रहा शिक्षक व गैर शिक्षण कर्मियों के साथ जिला शिक्षा अधीक्षक महेंद्र पाण्डेय से इस बात को लेकर मुलाकात और बातचीत करने के दृष्टिकोण से आज झारखंड राज्य शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने आज खूंटी के जिला समाहरणालय स्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय पहुंचे। इस दौरान जिला शिक्षा अधिक्षक महेंद्र पाण्डेय ने तो पहले तो व्यस्तता दिखलाते हुए मुलाकात से मना किया। पर फिर मुलाकात और बातचित तो हुई। पर, उनके रवैये और क्रियाकलाप से अवगत भी हुए। इस दौरान महामंत्री ने बताया कि जिला शिक्षा अधीक्षक महेंद्र पाण्डेय का व्यवहार सही नहीं दिखा। वो व्यवहार कुशल नहीं लगे। जिस प्रकार से उन्होंने व्यवहार किया। यह अच्छा नहीं है। अपना परिचय देने के बावजूद रवैया सही नहीं रहा। उन्होंने बताया कि अगर हमसे ऐसा व्यवहार किया तो इनके अधिनस्थ रहे कर्मियों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे। यह तो साफ जाहिर होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी इनपर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी और से डांट फटकार मिलने के बावजूद तथा शिक्षकों के द्वारा आंदोलन, पूर्व एसडीओ, डीसी आदि द्वारा फटकार लगाए, केंद्रीय जनजातीय मामले के मंत्री सह खूँटी सांसद अर्जुन मुण्डा ने फटकार लगाये, विधानसभा में नीलकंठ मुंडा बात उठायी पर इसपर कोई कार्रवाई नहीं होना यह शिक्षा विभाग भी शक के घेरे में है। उन्होंने बताया कि अगर इसपर कार्रवाई नहीं की जाती है तो महासंघ आंदोलन करने में उतर आएगी।
इस पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में झारखंड राज्य शिक्षा अनुसचिवीव कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री उमेश पांडेय की अगुवाई में पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में मंत्री लालदेव राम, संयुक्त मंत्री रामजी सिंह, संयुक्त मंत्री ग्रीस कुमार दुधेश्वर आदि थे।