सिमडेगा। बोलबा पुलिस ने अंतर्राजीय जाली नोट के अवैध कारोबार में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि बोलबा थाना क्षेत्र में जाली नोट का अवैध कारोबार हो रहा है। सूचना के आधार पर बोलबा थाना प्रभारी ने थाना के निकट ही पुलिस चेकिंग लगाया। चेकिंग के दौरान ग्रे रंग की बाइक से आ रहे एक युवक को पुलि ने रोका। लेकिन पुलिस को देखते ही वह व्यक्ति भागने लगा, जिसे खदेड़ कर पुलिस ने पकड़ लिया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम प्रदीप मांझी बताया। प्रदीप मांझी के पास एक बैग था, जिससे 302900 का जाली नोट भरा हुआ था। उसके पैंट की पॉकेट से 6700 जाली नोट बरामद किया गया।
रकम के बारे में पूछताछ करने पर उसने बताया कि जाली नोट पंकज बड़ाईक से छापवा कर ले जा रहा है। उसकी निशानदेही पर पंकज बड़ाईक, लोक सिंह, अमित यादव को पकड़ा गया। पंकज बड़ाईक को जाली नोट छापते हुये खिजरी नवाटोली से रंगे हाथ पकड़ा गया। लोक सिंह, अमित यादव दोनों छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। दोनों को बेलकुबा से पकड़ा गया। पुलिस ने सभी लोगों के पास से कुल मिलाकर 321900 जाली नोट बरामद किया। पुलिस ने जाली नोट छापने के काम में आने वाले प्रिंटर, लैपटॉप, जेके एक्सेल बॉन्ड पेपर, इंक सहित बाइक एवं लैंडलाइन सेट तथा मोबाइल सेट जब्त किया है।
एसपी डॉ शम्स तब्रेज ने सोमवार को बताया कि बोलबा पुलिस की बड़ी कामयाबी है। बोलबा पुलिस को सम्मानित किया जाएगा। एसपी ने बताया कि उक्त सभी अपराधी नोटों की छपाई कर के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावे उड़ीसा सीमा पर इसका लेनदेन करते थे।
इनकी हुई गिरफ्तरी
प्रदीप मांझी बोलबा, पंकज बड़ाईक खिजरी नवाटोली, लोक सिंह रायगढ़ छतिसगढ, अमित यादव जशपुर छतिसगढ के निवासी है।