रांची| रांची के गोंदा थाने में मेघा रानी कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक दिनेश प्रसाद साहु ने ज्योति बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड और एमबी लिमिटेड के खिलाफ शनिवार को धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। दिनेश प्रसाद साहू ने बताया कि दोनों कंपनी के लोगों ने उनके साथ साजिश के तहत धोखाधड़ी कर बैंक लोन को नहीं चुकाने और वाहन को कब्जे में रखने का आरोप लगाया है।
दिनेश ने बताया कि ज्योति बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर चरणजीत सिंह, इश्वजीत सिंह उर्फ करण,प्रोजेक्ट इंचार्ज इंद्रजीत सिंह उर्फ लक्की से उनकी जान पहचान अगस्त 2017 में हुई। उस वक्त उनका नगर निगम का प्रोजेक्ट रांची में चल रहा था। दिनेश ने बताया कि उनकी कंपनी कंस्ट्रक्शन मेटेरियल, मशीन आरएमसी की सप्लाई करती है।
दिनेश ने ज्योति बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड को गोंदा थाने के पीछे पुलिस लाइन रांची में चल रहे प्रोजेक्ट में 5,57,62,298 रूपये का मेटेरियल सप्लाई किया गया था। इसके अलावा अन्य साइट पर भी माल सप्लाई किया था। जिसमें एक करोड़ 40 लाख रुपये का बकाया शेष रह गया था। इसी दौरान सभी ने मिलकर बैंक से दो गाड़ी फाइनेंस कराने की बात कही। सभी ने भरोसा दिया गया कि फाइनेंस की किस्त वे लोग भर देंगे। इसके बाद एचडीएफसी बैंक से एक स्कोडा और एक इनोवा गाड़ी फाइनेंस कराये। अगले ही दिन दोनों गाड़ी गोंदा में उनलोगों ने ले लिया। लेकिन उनलागों के द्वारा किस्त नहीं देने पर अनुरोध करने पर भी रुपये नहीं दिया गया।
दिनेश ने बताया कि फिर किस्त जमा करने की बात कहने पर इंद्रजीत ने इनोवा गाड़ी का चाभी फेंक कर उसे दे दिया। इसके बाद इंद्रजीत ने कहा कि यहां से भाग जाओ नहीं तो जान से मार देंगे। वाहन स्कोडा का 18 लाख 86 जार 95 रुपया नहीं दिया गया। गारंटर बने एमबी लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर एस रज्जा सहित चरणजीत सिंह, इश्वजीत सिंह उर्फ करण,प्रोजेक्ट इंचार्ज इंद्रजीत सिंह उर्फ लक्की ने मिलकर उनके साथ ठगी की है। थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर ने बताया कि फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।