गुमला। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियारबंद दस्ते ने गुरुवार की मध्य रात्रि कुरूमगढ़ के नवनिर्मित थाना भवन को उड़ा दिया। यह भवन थाना मुख्यालय से करीब दो किमी दूर कोटाम बेहरा टोली में स्थित है। ग्रामीणों के अनुसार धमाका इतना जोरदार था कि कि कई किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई पड़ी। वहीं इस धमाके से अन्य घरों में भी कंपन महसूस किया गया।
जानकारी के अनुसार नवनिर्मित थाना भवन में पुट्टी और टाईल्स लगाने का काम कर रहे सात मजदूर सोए हुए थे। रात करीब 12:15 बजे नक्सलियों ने इन मजदूरों को उठाया और उन्हें एक किलोमीटर दूर ले जा कर रखा। नक्सलियों की संख्या 150 से 200 के आसपास थी। रात में नक्सलियों ने भवन में विस्फोटक सामग्रियां लगाकर थाना भवन को उड़ा दिया। नक्सलियों द्वारा वहां पर कई हस्तलिखित परचे भी छोड़ गये।
इसमें लिखा गया है कि न्याय प्रिय, जनवाद पसंद, प्रगतिशील एवं प्रबुद्ध नागरिकों से अपील है कि 74 साल से भी अधिक उम्र के वयोवृद्ध भाकपा माओवादी के नेता कामरेड किशन दा और नारी मुक्ति संघ की नेत्री शीला दी सहित गिरफ्तार किए गए तमाम कामरेडो के विरोध, उनके साथ किए जा रहे मानवाधिकार हनन एवं मानवीय यातनाओं के खिलाफ जोरदार आवाज उठाएं।
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारीब, सीआरपीएफ के कमांडेंट और सुरक्षा बल के जवान अहले सुबह वहां पहुंचे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि पुरा कुरुमगढ थाना क्षेत्र अति नक्सल प्रभावित इलाका है। हाल ही में मुठभेड़ में पुलिस ने एक शीर्ष नक्सली बुद्धेश्वर उरांव को मार गिराया था।