खूँटी। जिले के प्रसिद्ध जलप्रपात पर्यटन स्थल पेरवांघाघ में जमशेदपुर की रहने वाली गरिमा टोपनो कल बह गई थी। जिसकी लाश लगभग आधा किलोमीटर दूर पत्थर में फंसा हुआ मिला। गरिमा अपने दोस्तों के साथ पेरवांघाघ घुमने पिकनिक मनाने गई थी। गरिमा संत जेवियर कॉलेज रांची में मास्टर्स डिग्री करने के बाद रांची में ही रहकर एनजीओ में काम करती थी। वह एक वुमेन एंड जेंडर रिसोर्स सेंटर और झारखंड जनाधिकार महासभा नामक एनजीओ में काम करती थी। साथ ही एक होनहार शतरंज खिलाड़ी भी थी।
जो रविवार को अपने छह दोस्तों के साथ तोरपा के क्षेत्र के पेरवांघाघ घुमने गईं थीं। उनके दोस्त अभिजित नियोगी ने बताया कि उसके साथ पानी में घुसी और वह फिसल गई। और पानी का बहाव तेज होने से वह बहाव के साथ बह गईं। उसने बताया कि वो लोगों को आधे किलोमीटर तक बहती नजर आई। और बचाने के लिए दौड़े। पर उनके बस के बाहर की चीज थी। परिवार के लोगों को जानकारी मिली तो सभी पेरवांघाघ घटनास्थल पर पहुंचे।
गरिमा को बहता देख दोस्तों ने तुरंत अपने संपर्क में लोगों को फोन लगा उन्हें ढूंढने के लिए कहा। साथ ही वहाँ मोबाइल नेटवर्क नहीं रहने के कारण किसी से बात भी होना मुश्किल था। स्थानीय गोताखोरों ने वहां खोजबीन करनी शुरु की। इसकी जानकारी खूंटी जिला स्थित तपकारा पुलिस स्टेशन और एसपी को दी गई। जिसके बाद उन्होंने भी टीम भेजकर गरिमा को खोजना शुरु किया और आज उसकी लाश आधा किलोमीटर दूर में फँसा हुआ मिला ।
गरिमा राज्य में आदिवासी, महिलाओं और मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले दूसरे एनजीओ के साथियों और दोस्तों के साथ घुमने गईं थीं। वह संत जेवियर कॉलेज से मास्टर डिग्री करके कॉलेज के साथ ही वह सोशल वर्क में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती थी। वह सामाजिक कामों में काफी एक्टिव थी।