बरकट्ठा। प्रखंड अंतर्गत शिक्षा विभाग के नए नियम के तहत ई विद्या वाहिनी ऐप से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो पा रही है। ऐप को खोलने पर पुनः ऐप ही शो कर रहा है। यदि किन्ही का ऐप खुल रहा है तो अटेंडेंस सिंक नहीं हो पा रहा है। विभाग द्वारा दिए गए अधिकांश टैब तो ऑन ही नहीं हो रहे हैं तथा इस परिस्थिति में उपस्थिति दर्ज करने में लोगों को परेशानी हो रही है। कुछ शिक्षक अपने या सहयोगी शिक्षक के मोबाइल से उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि जब तक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बनती है तब तक वेतन/ मानदेय नहीं दिया जाएगा। इस बाबत अजपता प्रखंड अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद कहते हैं कि सभी शिक्षक ससमय विद्यालय पहुंचते हैं और जब बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाते हैं तो सिस्टम फेल रहता है। कुछ टैब तो खराब हो चुके हैं जिनका मरम्मति भी नहीं हो पा रहा है और ना ही इसके के लिए कोई राशि है ।उन्होंने बताया कि विभाग कोई भी वास्तविक समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं है ।पदाधिकारी ऊपरी आदेश को निचले स्तर तक फॉरवर्ड कर देते हैं, जब इन्हें समस्या से अवगत कराया जाता है तो हाथ खड़ा कर देते हैं।
इन समस्याओं पर प्रखंड पारा शिक्षक संघ के सचिव शुकर ठाकुर कहते हैं कि शिक्षक करे तो क्या करें? हर बात पर कार्रवाई, वेतन/ मानदेय रोकने का आदेश बिना देर किए निकाल दिया जाता है। शिक्षकों को कहा गया है कि सभी छात्रों का खाता खुलवाना अनिवार्य है नहीं तो शिक्षकों का वेतन रोक दिया जाएगा। जबकि बैंक कर्मी छात्रों का खाता खोल ही नहीं रहे ।कई अभिभावक बैंक बच्चों को खाता करवाने ले जाते हैं लेकिन बैंक के द्वारा उन्हें खाता खोलने का फॉर्म ही नहीं दिया जाता है। जिससे अभिभावकों में भी काफी नाराजगी है। चावल वितरण का आदेश आया है चावल ले आना ले जाने में खर्च होता है जो कि हम सबों को अभी अपना पैसा खर्च करना पड़ रहा है ।क्योंकि विद्यालय प्रबंधन समिति और माता समिति में बैलेंस नहीं है। विभाग को चाहिए कि सभी विद्यालय में चावल पहुंचाएं।शिक्षकों के साथ हो रही समस्या को देखने वाला कोई नहीं है ,बस आदेश का पालन होना चाहिए ।ऐसी स्थिति में शिक्षक किंकर्तव्यविमूढ़ हो रहे हैं।