बड़कागांव। शनिवार को चेपाकला पंचायत अंतर्गत गरका लंबकीतरी लुटवा जंगल में दातुन पत्ता तोड़ने गई चेपाकला निवासी बंधनी देवी 75 वर्ष को हाथियों ने कुचल कर मार डाला। वृद्ध बंधनी देवी अपनी जीविका दातुन पत्ता बेचकर चलाती थी। इसकी खबर घरवालों एवं ग्रामीणों को तब मिली जब मृतिका का बेटा अमेरिका भुइयां उसे ढूंढते- ढूंढते जंगल गया, और अपनी मां को मृत पाया। जिसकी सूचना तत्काल डाडीकलां थाना प्रभारी एवं वन विभाग को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी ने अपने जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। हाथियों ने मृतिका के दाहिने माथे को बुरी तरह से कुचल डाला है।
दरअसल, हर दिन की तरह वह शनिवार को सुबह लूटवा जंगल दातुन पत्ता तोड़ने गई थी। जब एक दिन घर वापस नहीं आई तब घर वालों ने रविवार को खोजबीन शुरू की और जंगल में वह मृत पाई गई। शव चेपाकला गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर जंगल व पहाड़ों पर मिला। मृतिका के शव को लकड़ी में रस्सी के सहारे बांधकर कंधों के सहारे लाया गया। रविवार को शव को हजारीबाग पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वन विभाग के द्वारा मृतिका के परिजनों को 20 हजार रुपए तत्काल मुआवजा राशि के रूप में दिया गया। बाकी मुआवजा राशि कागजी प्रक्रिया पूरा होने के बाद दिए जाएंगे।
बताया जाता है कि लूटवा जंगल में हाथी लगभग 1 सप्ताह से उत्पात मचा रहे हैं। चेपाकला निवासी लालदेव महतो की टमाटर एवं प्याज की फसल हाथियों के द्वारा बर्बाद कर दिया गया था| बता दें कि प्रखंड से 2017 से हाथीयों के द्वारा अब तक बड़कागांव वन क्षेत्र के अंतर्गत 9 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें सुकुल खपिया ,सेहदा, गाली,सिमरातरी ,डोकाटांड़ ,मिर्जापुर , बन्हे, बूचाडीह एवं चेपाकला के ग्रामीण शामिल है।
सहायक वन संरक्षक उदय चंद्र झा ने ग्रामीणों को हाथियों के उत्पात के बारे में आगाह करते हुए लंबकीतरी लुटवा जंगल में आवागमन नहीं करने की सलाह दी है। मौके पर एएसआई रमेश कुमार सिंह, वन विभाग से मनोरंजन कुमार,भूपेंद्र प्रसाद, चंदन सिंह, मुखिया प्रतिनिधि शंकर राम, लक्ष्मण महतो के अलावा कई लोग शामिल थे।
समाजसेवी कृष्णा राम ने वन विभाग से जंगल में पानी की सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। पानी के चलते हाथी तड़प रहे है और जनमानस को क्षति पहुंचा रहे है। साथ ही मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता एवं कंपनी में नौकरी की माँग की गई है|