वाशिंगटन। कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के अलावा कुछ अमेरिकी सीनेटर्स को भी दर्द हो रहा है। चार अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने और वहां पाबंदियां हटाने के लिए दबाव बनाने को कहा है।
सीनेटर्स ने राष्ट्रपति से यह भी कहा है कि जिन लोगों को कश्मीर में हिरासत में लिया गया है उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति को पत्र लिखने वालों में सीनेटर क्रिस वैन हॉलन, टॉड यंग, बेन कार्डिन और लिंडसे ग्रहम शामिल हैं।
सांसदों ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद का साथ देना छोड़ देना चाहिए। साथ ही कश्मीर को लेकर कोई भी कदम उठाने से पहले कई बार सोचना चाहिए। इन सीनेटर्स ने डोनाल्ड ट्रंप को जम्मू-कश्मीर में टेलिफोन पर पाबंदी, कर्फ्यू को हटाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए भी कहा है।
इनके अलावा अमेरिकी कांगेस के सदस्य एरिक स्वैलवेल ने भी इस मसले पर लिखा है कि जम्मू-कश्मीर का मसला सिर्फ भारत-पाकिस्तान का नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया का है, क्योंकि इससे दुनिया की अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति पर असर पड़ने वाला है।