रांची। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने विधानसभा अध्यक्ष से हाल में भाजपा में शामिल हुए विभिन्न दलों के पांच विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। मरांडी ने सोमवार को कहा कि नैतिकता का तकाजा यह था कि पांचों विधायक स्वयं विधानसभा की सदस्यता से त्याग-पत्र देकर भाजपा में शामिल होते। इससे लोकतांत्रिक मर्यादा बची रहती। लेकिन भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के पांच दिन बीत जाने के बावजूद इन विधायकों ने इस्तीफा नहीं दिया है। यह गिरते लोकतांत्रिक मूल्यों को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पांचों विधायकों का भाजपा में शामिल होना दल-बदल निरर्हता संबंधित 10वीं अनुसूची के अन्तर्गत आता है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव को स्वत: संज्ञान लेते हुए सुखदेव भगत, मनोज यादव, जयप्रकाश भाई पटेल, कुणाल षाडंगी और भानू प्रताप शाही की सदस्यता को रद्द कर लोकतांत्रिक मूल्यों की शुचिता बरकरार रखनी चाहिए।