Chatra. झारखंड पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में हाल के दिनों में सबसे बड़ी कामयाबी सोमवार को हासिल की, जब उसने चतरा के लावालौंग इलाके में हुई मुठभेड़ में पांच माओवादियों को मार गिराया। मारे गये माओवादियों में पांच से 25 लाख तक के इनामी शामिल हैं। उनके पास से दो एके 47 और दो इंसास राइफल समेत कई हथियार बरामद किये गये हैं। यह जानकारी चतरा के एसपी राकेश रंजन ने दी।
मारे गये नक्सलियों की पहचान गौतम पासवान, चार्लीस उरांव, नंदू, अमर गंझू और संजीत उर्फ सुजीत गुड़िया के रूप में की गयी है। इनमें गौतम और चार्लीस माओवादियों की स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) के सदस्य थे। उन पर 25-25 लाख रुपये का इनाम था। नंदू, अमर गंझू और संजीत सब जोनल कमांडर थे और उन पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।
जानकारी के अनुसार चतरा-पलामू सीमा पर स्थित लावालौंग के ग्रहे जंगल में चतरा और पलामू जिला पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, जैप और आइआरबी की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान में निकली थी। जवानों की टीम जब लावालौंग थाना क्षेत्र में गश्त पर थी, उसे नक्सली मूवमेंट की जानकारी मिली। इस पर सुरक्षा बलों ने मोर्चाबंदी कर माओवादियों को घेर लिया। दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गयी। करीब दो घंटे की फायरिंग के बाद नक्सली दस्ता जंगल का लाभ उठा कर भाग निकला।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में कांबिंग आॅपरेशन चलाया। इसी दौरान मुठभेड़ स्थल से पांच शव बरामद किये गये। इसके अलावा वहां से दो एके 47, दो इंसास राइफल और दो देशी राइफल बरामद किये गये। कुछ नक्सली सामान भी सुरक्षा बलों के हाथ लगे। इनमें गोलियां और दैनिक उपयोग के सामान शामिल हैं। मुठभेड़ स्थल पर बने कैंप को भी सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया।मारे गये नक्सलियों पर झारखंड और बिहार के विभिन्न थानों में 247 मामले दर्ज हैं। इनमें गौतम पासवान पर एक सौ, अजीत उरांव पर 50, अमर गंझू पर 18, अजय यादव पर 12 और सुजीत भुइयां पर 67 मामले दर्ज हैं।