New Delhi. गर्मी की शुरुआत के साथ ही देशभर में आम की मांग बढ़ने लगी है। आम को फलों का राजा कहा जाता है और देश में इसकी कई किस्में मौजूद हैं। इसमें तोतापरी, लंगड़ा, बादाम, दशहरी, चौसा, अलफॉन्जो, केशर और हापुस सहित अन्य किस्में शामिल हैं।
कोटा और जबलपुर के एक-एक किसान कर रहे खेती
इन भारतीय आम की मांग देश के साथ-साथ विदेशों में भी होती है और ये महंगे दामों पर बिकते हैं। लेकिन हम आपको उस आम के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 100, 200, 300 या 1 हजार रुपये किलो नहीं बल्कि ढाई लाख रुपये किलो तक बिकता है।
देश में 20 हजार रुपये किलो बिकता
जापान में यह आम नीलामी में ढाई लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक बिका है। जबकि, मध्य प्रदेश में यह आम 20 हजार रुपए प्रति किलो तक बिका है। 1 किलो में करीब 5 आम तक चढ़ते हैं। 2.50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकने वाले आम का नाम ‘मियाजाकी’ (Miyazaki Mango) है, इस दुनिया का सबसे महंगा आम कहा जाता है। यह जापानी नस्ल का मैंगो है। जापान के मियाजाकी शहर में उगाने वाले इन आमों को उनके चमकीले रंग और अंडे के आकार के कारण सूर्य का अंडा भी कहा जाता है। इन्हें आम तौर पर अप्रैल और अगस्त के बीच उगाया जाता है और पकने पर ये मैंगो जामुनी से लाल रंग में बदल जाते हैं।
कोटा के किसान श्रीकिशन सुमन ने रेगिस्तान में मियाजाकी आम का मदर प्लांट लगाया है। पिछले 5 वर्षों से वहां मियाजाकी आम की किस्म पर काम कर रहे हैं। अब तक श्रीकिशन 50 पौधे बेच चुके हैं और उनके पास 100 पौधों का ऑर्डर है। वहीं जबलपुर में भी एक किसान ने ‘मियाजाकी आम की खेती की। पिछले साल उसने 2 पेड़ की सुरक्षा के लिए 3 सिक्योरिटी गार्ड और 6 कुत्तों को रखा था।
मियाजाकी आम का औसतन वजन लगभग 350 ग्राम होता है। इनमें चीनी की मात्रा सामान्य किस्म के आमों की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक होती है। इस फल में एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। बैंगनी रंग का यह आम अब बांग्लादेश, भारत, थाईलैंड और फिलीपींस में भी उगाया जाता है। आम तौर पर एक मियाजाकी आम की कीमत 3500 रुपये होती है, लेकिन 2021 में जापान में 2 आमों की नीलामी 2.7 लाख रुपये में हुई थी।