Dhanbad : धनबाद के एक नामी गिरामी दिग्वाडीह कार्मेल स्कूल स्कूल में छात्राओं को उस वक्त शर्मसार होना पड़ा, जब स्कूल की प्रिंसिपल ने उन छात्राओं के शर्ट बदन से उतरवा दिये। यह सब बीते शनिवार को हुआ। दरअसल, बोर्ड परीक्षा से पहले छात्राओं का स्कूल में आखिरी दिन था। छात्राएं स्कूल के इस आखिरी रोज को ‘पेन डे’ के तौर यादगार बनाना चाहती थी। पर कल का दिन उनकी जिंदगी का काला दिन बन गया। पेन डे के तहत छात्राएं एक दूसरे की शर्ट पर पेन से शुभकामनाएं लिख रही थीं। सभी स्कूल के आखिरी दिन को सेलिब्रेट कर रही थीं, पर छात्राओं की यह खुशी प्रिंसिपल एम देवश्री को रास नहीं आयी। छात्राओं को जमकर डांटा-फटकारा गया। इसके बाद करीब 80 छात्राओं को शर्ट खोलने का फरमान जारी किया गया। प्रतिरोध करने पर उनकी जमकर क्लास लगायी गयी और जबसदस्ती शर्ट उतरवा दिया गया। बात यहीं नहीं रुकी। इल्जाम है कि छात्राओं को दोबारा शर्ट पहनने तक नहीं दिया गया। सिर्फ ब्लेजर पहनने की इजाजत दी गयी।
घर पहुंच रोती-बिलखती छात्राओं ने अपने घरवालों से इस बात का जिक्र किया तब, घरवालों का गुस्सा उबाल पर आ गया। सभी DC के पास पहुंच गये। अभिभावकों का यही कहना था कि स्कूल में बच्चियों की आबरू के साथ खिलवाड़ किया गया है। अभिभावक इस घटना से चिंता में भी हैं। उनका कहना है कि इस घटना से उनकी बेटियां परेशान हैं, वे आत्मग्लानि से भर गई हैं, अगर ऐसी स्थिति में उन्होंने कोई गलत कदम उठा लिया तो उनका क्या होगा और इस घटना का जिम्मेदार कौन होगा? क्या प्राचार्य को समझ नहीं थी कि ऐसे करने से छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा? वे कह रहे हैं कि छात्राएं सिर्फ पेन डे मना रही थीं। अगर ऐसा करने पर स्कूल को कोई ऑब्जेक्शन था, तो सबसे पहले अभिभावक को सूचित करना था। हम अपने बच्चों को समझाते। उन्हें शर्ट उतरवाकर घर भेज दिया गया। क्या हमारी बच्चियों की कोई इज्जत नहीं है? बच्ची किस तरह से और कितनी शर्म से घर पहुंचीं है वे हम जानते हैं। ऐसी स्थिति में अगर प्रिंसिपल हमें बुलाती तो क्या हम भी अपनी बच्चियों को इस अवस्था में देख पाते? बच्चियां कोई गलत कदम उठा लेतीं तो? अभी उनकी दसवीं की परीक्षा है, वे पहले से ही मानसिक दबाव में हैं, इससे उन पर मेंटल प्रेशर और भी बढ़ गया है। हम दिन भर बच्चों को समझाते रह रहे हैं। अभिभावकों ने डीसी से प्रिसिंपल का रिजाइन और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।
डीसी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
घटना की सूचना मिलने पर विधायक रागिनी सिंह भी अभिभावकों के साथ डीसी कार्यालय पहुंचीं। अभिभावकों और विधायक रागिनी सिंह ने डीसी माधवी मिश्रा से बात की। अभिभावकों ने बताया कि डीसी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि यह घटना पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। डीसी ने कार्रवाई की बात कही है। वहीं, डीसी माधवी मिश्रा ने कहा कि अभी हमने अभिभावकों और कुछ बच्चियों से बात की। जिला प्रशासन ने इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया है। इस मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित कर दी गई है। जांच कमेटी स्कूल में जाकर पूरे मामले की जांच करेगी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर हम उसपर कार्रवाई करेंगे। साथ ही अगर जरूरत पड़ेगी तो FIR भी दर्ज की जाएगी।
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