Patna : बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन यानी मंगलवार सदन के भीतर जबरदस्त गहमा-गहमी हो गयी। CM नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हो गयी। CM नीतीश ने तेजस्वी यादव को इतना तक कह दिया कि “तुम्हारे पिता को मैंने ही बनाया”। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पहले स्वास्थ्य व्यवस्था की कैसी हालत थी? पहले स्वास्थ केंद्र में एक दिन में एक या दो मरीज आते थे। अस्पताल में दवाई की व्यवस्था करवाई। अब देखिए अस्पतालों में औसतन 11 हजार लोग आए। पहले छह मेडिकल कॉलेज था। हमने आया तो नए नए मेडिकल कॉलेज बनवाएं। इस पर तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया तो सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि तुम्हारे पिता को भी हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था। उन्होंने क्या काम किया यह सब जानते हैं। चार साल के बाद 1994 हम अलग हो गए।

CM नीतीश कुमार ने आगे कहा कि पंचायती राज और नगर निकाय में 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिया। 2013 में महिला पुलिस को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया। बिहार में महिला पुलिस की कितनी संख्या है पूरे देश में किसी राज्य में इतनी संख्या नहीं है। स्वयं सहायता समूह का गठन किया जिसका नाम जीविका रखा। स्वयं सहायता समूह का गठन किया जिसका नाम जीविका रखा। दस लाख नौकरी में 935000 नौकरी दी जा चुकी है। अब इसे 12 लाख कर दिया गया है। 38 लाख रोजगार करने का लक्ष्य रखा है। दोनों मिलकर 50 लाख कर दिया गया है। प्रगति यात्रा के दौरान जहां जो कमी है उसको पूरा करने की घोषणा की। उसने कैबिनेट से भी पास किया गया। सरकार सभी जातियों धर्म के कार्यों के पूरा करने के लिए कृत संकल्पत है। प्रधानमंत्री को उन्होंने धन्यवाद कहा। सरकार की कामना है कि समाज में सद्भाव और बिहार विकास के पद पर अग्रसर रहे। विपक्ष के लोग भाग गए हैं इन्हें भी हम इसको धन्यवाद देते हैं। यह लोग अंड-बंड बोलता रहा है। इसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
एनडीए नेताओं को तेजस्वी ने परिवारवाद के मुद्दे पर घेरा
तेजस्वी यादव ने परिवारवाद के मुद्दे पर एनडीए विधायाकों को घेरा। कहा कि चारा घोटाला की बात करने वालों ने पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा के बेटे को मंत्री बना दिया। मंत्री सम्राट चौधरी, संतोष सुमन, नितिन नवीन, अशोक चौधरी समेत कई नेता परिवारवाद का उदाहरण हैं। इन पर क्यों नहीं बोलते। इस पर मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष यह क्यों नहीं बोल रहे हैं कि पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा को अदालत ने बरी कर दिया था। अंत में तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरे पत्र का जवाब नहीं दिया इस बात का मुझे दुःख है। नया बिहार बनाने के लिए हमें आप सब का आशीर्वाद चाहिए। इसके बाद विजय सिन्हा ने कहा कि आपके बिहार को गाली देने में आपके पिताजी का काफी योगदान है।
इसे भी पढ़ें : रांची के ये रूफटॉप नहीं होंगे बंद, RMC के आदेश पर HC की रोक