नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। धोनी ने इस फैसले का ऐलान इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए किया है। धोनी ने आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वह मौन थे। अब जब आईपीएल के लिए वह चेन्नै कैंप में शामिल होने पहुंचे तो उन्होंने अपने फैसले का ऐलान कर दिया।
धोनी ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बीते कई दिनों से इस विकेटकीपर बल्लेबाज के संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। धोनी ने वर्ल्ड कप के बाद दो महीने का ब्रेक लिया था। वह वेस्ट इंडीज दौरे पर टीम के साथ नहीं थे और भारतीय सेना के साथ काम करने चले गए थे। धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में भी नहीं खेलने का फैसला किया।
बता दें धोनी बीते साल वर्ल्ड कप 2019 के बाद इस साल आईपीएल से क्रिकेट मैदान पर वापसी करने वाले थे, लेकिन 29 मार्च से शुरू होने वाले इस टूर्नमेंट पर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने ब्रेक लगा दिया और यह टूर्नमेंट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। अब इस टूर्नमेंट के सितंबर नवंबर में आयोजित होगा।
शून्य से शुरू हुआ था करियर
दुनिया के बेहतरीन फिनिशर्स में शुमार धोनी ने अपनी पहली इंटरनैशनल पारी में 0 रन बनाए थे। बांग्लादेश के खिलाफ धोनी अपने पहले ही मैच में 7वें नंबर पर खेलने उतरे और वह पहली ही बॉल पर रन आउट हो गए। सीमित ओवर में भारत के कप्तान धोनी अब तक 350 वनडे मैच खेल चुके हैं। करीब 51 के औसत से खेल रहे धोनी 10773 रन बनाए। इसमें 10 शतक और 73 अर्द्धशतक उनके नाम हैं।
श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 183 रन
साल 2005 में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में खेले एक मैच में भारत 299 रन के टारगेट का पीछा कर रहा था। एक बार फिर धोनी को नंबर 3 पर मौका मिला और उन्होंने यहां 50 ओवर विकेटकीपिंग करने के बाद मैच के अंत तक बैटिंग की और 183 रन ठोक डाले। धोनी का यह वनडे क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है।