अटल पेंशन योजना केंद्र सरकार की एक सोशल सिक्योरिटी स्कीम है. इस योजना के तहत, केंद्र सरकार असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को 1 हजार रुपये से लेकर 5 हजार रुपये प्रति महीने पेंशन देती है. 18 से 40 साल की उम्र का कोई भी व्यक्ति अटल पेंशन योजना अकाउंट खुलवा सकता है. इस सरकारी योजना की सबसे खास बात यह है कि जितनी जल्दी इस योजना में निवेश किया जाएगा, उतना ही फंड जमा होगा.
अटल पेंशन योजना के सदस्यों की संख्या 2.4 करोड़ से अधिक हो गई है. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 260 एपीवाई सर्विस प्रोवाइडर्स के जरिए 17 लाख से अधिक APY खाते खोले गए हैं. इस तरह 20 अगस्त 2020 तक अटल पेंशन योजना के सब्सक्राइबर्स की संख्या 2.4 करोड़ को पार कर गई थी. जानकारी के मुताबिक अंशधारकों की संख्या सालाना आधार पर इस साल अक्टूबर के अंत में 34.51 प्रतिशत बढ़कर 2.45 करोड़ पहुंच गयी जो एक साल पहले अक्टूबर 2019 में 1.82 करोड़ थी.
अटल पेंशन योजना के तहत सिर्फ जीते जी ही नहीं, बल्कि मौत के बाद भी परिवार को मदद मिलती रहती है. अगर निवेश की रकम की बात करें तो आप सिर्फ 42 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए अंशधारक की उम्र का 18 साल होना जरूरी है. इस उम्र में अगर आप प्रति माह 42 रुपये निवेश करते हैं तो 60 साल की उम्र में 1 हजार रुपये प्रति माह मिलेगा. वहीं 210 रुपये के कंट्रीब्यूशन पर आपको प्रति माह 5 हजार रुपये मिलेंगे. इसके लिए उम्र 18 साल ही होनी चाहिए.
अगर 60 साल से पहले ही योजना से जुड़े किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो फिर उसकी पत्नी इस योजना में पैसे जमा करना जारी रख सकती है और 60 साल के बाद हर महीने पेंशन पा सकती है. दूसरा विकल्प यह है कि उस व्यक्ति की पत्नी अपने पति की मौत के बाद एकमुश्त रकम का दावा कर सकती है. अगर पत्नी की भी मौत हो जाती है तो एक एकमुश्त रकम उनके नॉमिनी को दे दी जाती है.
पेंशन नियामक पेंशन फंड रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की श्रेणी के तहत चालू वित्त वर्ष में, SBI ने अब तक सबसे ज्यादा APY खाते खोले हैं. जबकि निजी क्षेत्र में एक्सिस बैंक, आरआरबी में आर्यावृत बैंक और पेमेंट बैंक्स में एयरटेल पेमेंट बैंक ने सबसे अधिक खाते खोले हैं.