हजारीबाग। शहर का चर्चित हॉस्पिटल एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल प्रबंधन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गरीबों के लिए बड़ा निर्णय लिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण को बढ़ते हुए देख गरीब आदिवासी बिरहोर किसानों के जीवन की चिंता हजारीबाग एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल प्रबंधन ने जताया है। ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमित होने वाले ग्रामीणों के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मुफ्त चिकित्सा सेवा देने का निर्णय लिया है। गरीब, किसान, जनहित और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर आगे रहने वाले हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने वैसे संक्रमित गरीब किसानों के लिए अपने अस्पताल में 5 बेड सुरक्षित रखा है, जिसमें दो बेड आईसीयू और तीन बेड ऑक्सीजन सपोर्टेड होगा। अगर संक्रमित की स्थिति वेंटिलेटर के जरूरत के अनुकूल भी हो जाए तो वेंटिलेटर की भी सुविधा उन्हें दी जाएगी। अब गरीब किसानों के संक्रमित हो जाने के बाद उनके इलाज में पैसे की कमी आड़े नहीं आएगा।
गरीब आदिवासी बिरहोर किसानों के इलाज के लिए ऐसा होगा प्रावधान: हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी हमारे अपने हैं । अब कोरोना संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों में काफी पैमाने पर अपना पैर पसार रहा है। ऐसे में गरीब किसान संक्रमित हो रहे हैं। इलाज के अभाव में या तो उनकी जान जा रही है या फिर बेहतर इलाज उनके लिए दुर्लभ हो रहा है। अस्पतालों में मरीजों के बढ़ते तादाद के कारण उन्हें बेड भी मुहैया नहीं हो पा रहा है। इसमें उनकी गरीबी और आर्थिक कमी आड़े आ रहा है। इसे देखते हुए हमने उनके इलाज के लिए एक व्यवस्था बनाई है कि हमारे अस्पताल में 5 बेड उन गरीब किसानों के लिए सुरक्षित रहेगा जहां उनका नि:शुल्क इलाज होगा। सिर्फ दवाई का खर्च वहन करना होगा। उन मरीजों को आईसीयू, ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड भेंटीलेटर की सुविधा के साथ-साथ खाना डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा भी मुफ्त मिलेगी। अजमेरा ने कहा की इसके लिए सिर्फ अपने क्षेत्र के मुखिया वीडियो सीओ या फिर प्रखंड स्तर के पदाधिकारी के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों का एक लेटर अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध कराना होगा जो यह प्रमाणित करता हो कि वह गरीब और इलाज कराने में अक्षम हैं।
निदेशक हर्ष अजमेरा की अपील: एचजेडबी आरोग्यम हॉस्पिटल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने एएचपीआई झारखंड चेप्टर के प्रेसिडेंट योगेश गंभीर से अपील किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गरीब आदिवासी बिरहोर,किसानों के हित में एक निर्णय लिया जाए और झारखंड के सभी अस्पतालों में इनके इलाज के लिए नि:शुल्क व्यवस्था बनाई जाए। इस व्यवस्था से आर्थिक अभाव को जूझ रहे संक्रमित गरीब किसान को बेहतर इलाज हो पाएगा और वे स्वस्थ होकर घर जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले किसान समाज के रीढ हैं। उनके जीवन की सुरक्षा समाज का दायित्व है।
Previous Articleतालाब में डूबने से 5 बच्चों सहित 6 की मौत
Next Article घरों पर रहकर ही लोगों ने पढ़ी ईद की नमाज़