नई दिल्ली। भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) अध्यक्ष नरेंदर ध्रुव बत्रा ने विश्व तीरंदाजी महासंघ से भारतीय तीरंदाजी महासंघ (एएआई) पर से प्रतिबंध हटाने की अपील की है। बत्रा ने विश्व तीरंदाजी महासंघ के अध्यक्ष उगुर इर्डेनेर को मेल किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, “मैं इस मेल के साथ में एएआई के चुनावों का परिणाम संलिग्त कर रहा हूं जो डब्ल्यूए पर्यावेक्षक की मौजूदगी में संपन्न हुए। मैं आपसे निजी तौर पर यह अपील करता हूं कि आप एएआई पर लगे निलंबन को हटा दें ताकि टोक्यो ओलम्पिक-2020 की तैयारियां शुरू की जा सकें।”
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा शनिवार को भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं और इसी के साथ एएआई में लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी पर विराम लग गया। इसी गुटबाजी के कारण एएआई पर विश्व तीरंदाजी ने बैन लगा रखा है और इसी कारण भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में तटस्थ खिलाड़ियों के तौर पर हिस्सा लेना पड़ता था।
सीनियर उपाध्यक्ष पद पर कैप्टन अभिमन्यु को चुना गया है जबकि अन्य उपाध्यक्षों में अमरिंदर सिंह बजाज, रुपक देबरॉय, के.के. जादम, रूपेश कर, चेतन कावलेकर, कैलाश मोरारका, पाइया बान्याल वार नोंगबरी, डी.के. विद्यार्थी के नाम हैं।
प्रमोद चंद्रूकर को महासचिव चुना गया है। संयुक्त सचिव का पद दिनेश फाटुभाई के हिस्से आया है उनके अलावा छह और संयुक्त सचिव चुने गए हैं जिनमें केबी गुरंग, राम निवास हुड्डा, सयैद अली हुसैनी, सुमांता चंद्र मोहंती, कोंजुम रिबा और जोरिया पाउल उम्माचेरिल के नाम शामिल हैं। राजेंद्र सिंह तोमर को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि एएआई के चुनाव दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद आयोजित किए गए हैं। इससे पहले भी एएआई के चुनाव हुए थे लेकिन दो अलग-अलग गुटों द्वारा नई दिल्ली और चंडीगढ़ में चुनाव कराए जाने के कारण विश्व तीरंदाजी ने उन्हें मान्य नहीं किया था क्योंकि यह उसके नियमों का उल्लंघन था।