साउथ अफ्रीका। पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को जेल भेजे जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका में बवाल जारी है. मंगलवार को अलग-अलग शहर में शॉपिंग मॉल में जमकर लूटपाट की घटना हुई है. अब तक 72 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीका में दुकानों और गोदामों में मंगलवार को पांचवें दिन भी लूटपाट हुई. सेना के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने बवाल को रोकने के लिए सेना की तैनाती की गई है. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी और उपद्रवियों पर सेना की कार्रवाई में 72 जानें चली गई हैं. लूटपाट की शुरुआत जोहान्सबर्ग से हुई, जो बाकी शहरों में चल रही है.
इस लूटपाट को रोकने के लिए सेना ने 2500 सैनिक भेजे हैं, लेकिन ये संख्या पिछले साल के कोरोना वायरस लॉकडाउन को लागू करने के लिए तैनात 70,000 से अधिक सैनिकों से बहुत कम है. नतीजतन कुछ शॉपिंग सेंटरों पर केवल कुछ मुट्ठी भर सैनिक देखे गए. बवाल और लूटपाट की शुरुआत बीते शुक्रवार को हुई थी.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को अदालत की अवमानना के लिए 15 महीने कैद की सजा सुनाई गई है. पुलिस को उन्हें बुधवार देर रात तक गिरफ्तार करना था, उससे कुछ मिनट पहले ही जुमा ने खुद को अधिकारियों के हवाले कर दिया था. उन पर 2009 से 2018 के बीच करीब नौ वर्ष तक पद पर रहते हुए सरकारी राजस्व में लूट-खसोट करने का आरोप है.