नई दिल्ली। सरकार ने गुरुवार को कांग्रेस पर पूर्वोत्तर में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दिए जाने का कांग्रेस विपक्षी पार्टियों सहित विरोध कर रही है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया। इसके जवाब में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर पूर्वोत्तर में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के इस रवैये की निंदा करते हैं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में हो रही हिंसा की घटनाओं का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि कुछ क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो पूरा पूर्वोत्तर जल रहा है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हमें उत्तर-पूर्व में कश्मीर जैसे हालात बनते दिखाई दे रहे हैं।
चौधरी ने कहा कि क्षेत्र के सामरिक महत्व को देखते हुए सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। इसके बाद कांग्रेस सहित डीएमके के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
बाद में तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने भी यही मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि असम के 10 जिलों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। गृहमंत्री को इस मुद्दे पर टिप्पणी करनी चाहिए। उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि जापान के प्रधानमंत्री का दौरा इसके चलते रद्द हो गया है।