रतलाम। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवं सुविख्यात संत श्रीश्री रविशंकर का मानना है कि अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से सभी संतुष्ट होंगे।
श्रीश्री यहां राजमहल में महाराजा विक्रम सिंह के राजपरिवार में एक धार्मिक अनुष्ठान में शिरकत करने आए थे। कुछ मीडियाकर्मियों ने हेलीपैड पर पहुंचकर उनसे चर्चा की तो उन्होंने कहा कि अयोध्या के फैसले से सभी संतुष्ट होंगे। मेरा ऐसा मानना है कि सभी कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे। देश में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखेंगे। मेरी सब से अपील है कि भाईचारा बनाए रखें।”
इसके पूर्व इंदौर से हेलीकॉप्टर से श्री श्री सैलाना आए। सैलाना के एकलव्य हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में प्रशासन ने हेलीपैड बनवाया था। लगभग ढाई किलोमीटर दूरी पर स्थित राजमहल में वे कार से आए । जिले के सैलाना में दूर-दूर से आए बड़ी तादाद में अनुयायियों ने स्वागत अभिनंदन किया। श्री श्री ने अनुष्ठान के पश्चात बड़ी तादाद में उपस्थित अपने अनुयायियों से अनौपचारिक संवाद भी किया एवं प्रेम से रहने की सीख दी।
अलसुबह से ही सैलाना में उनके अनुयायियों का आना शुरू हो गया था। नगर में हलचल के बीच व्यवस्था की पूरी पूरी कमान आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यकर्ताओं के हाथ में थी। श्री श्री के दर्शन के लिए उतावले हो रहे लोगों में सुबह दस बजकर पचास मिनट पर उस समय जमकर खुशियां छा गई जब श्री श्री ने अनुष्ठान स्थल पर राजमहल में प्रवेश किया यहां। उनकी अगवानी महाराजा विक्रम सिंह ,विधायक हर्ष विजय गेहलोत सहित कई प्रमुख जनों ने की।
अनुयायी श्रीश्री के दर्शन से भावविभोर हो गए। श्रीश्री ने धार्मिक अनुष्ठान के पश्चात मंच से कोई उद्बोधन नहीं दिया। बल्कि माइक हाथ में लेकर अनुयायियों से 3 से 4 मिनट सीधा संवाद किया। श्रीश्री ने सबसे कहा कि जीवन में हमेशा अच्छा करो, अच्छा रहो, समाज और देश के लिए काम करो, ईश्वर सबके मन में है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि शाकाहार से बड़ा कोई व्यंजन नही है। श्रीश्री ने पुष्पमाला पहना रहे उनके अनुयायियों से संवाद के दौरान यह भी कहा कि मुझे फूल माला कि नहीं तुम सब की मुस्कुराहट चाहिए, हमेशा मुस्कुराते रहो ।
राजमहल में श्री श्री से चर्चा करने गए मीडिया वालो को व्यवस्था संभाल रहे अनुयायियों ने रोक दिया व उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। राजमहल में मीडिया से उनकी चर्चा नहीं हो पाई। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि शाकाहार से बड़ा कोई व्यंजन नही है।