नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारत-आसियान शिखर बैठक के अवसर पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से अलग से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच पिछले चार महीनों में यह तीसरी भेंट है। इनकी पिछली मुलाकात सितम्बर 2019 में व्लादिवोस्तोक में हुई थी।
आज की मुलाकात के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने आबे को जापान के सम्राट की हाल में हुई ताजपोशी के लिए बधाई दी। इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शरीक होने को गर्मजोशी के साथ याद किया। मोदी ने कहा कि वह भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए अगले महीने भारत में प्रधानमंत्री आबे का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-जापान की विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और गहरा बनाने में आगामी वार्षिक शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर वह आश्वस्त है।
दोनों नेताओं ने भारत और जापान के बीच उच्च स्तरीय बैठकों के माध्यम से आर्थिक साझेदारी को प्रोत्साहित किए जाने का स्वागत किया। दोनों ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना में हुई प्रगति की समीक्षा की और परियोजना के सुचारू कार्यान्वयन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
मोदी और आबे ने इस महीने के आखिर में भारत में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। दोनों नेताओं ने नियम आधारित मुक्त, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों भारत प्रशांत क्षेत्र के साथ ही विकासशील देशों की शांति, समृद्धि और प्रगति के साझा उद्देश्यों के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत बनाने पर सहमत हुए।