रांची: इस वक्त की बड़ी खबर रांची से आ रही है. चारा घोटाला में से आ रही है. चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को जमानत हाईकोर्ट से मिल गई है. इसके साथ ही लालू प्रसाद को चाईबासा ट्रेजरी केस में लालू प्रसाद को बड़ी राहत मिली है.
लालू प्रसाद के वकील ने कहा कि 2 लाख रुपए लालू प्रसाद को जमा करना है. 30 माह लालू प्रसाद जेल में रह चुके हैं.
दुमका केस में सुनवाई के बाद ही लालू प्रसाद जेल से बाहर निकल सकते. 9 नवंवर को इसकी सुनवाई होने वाली है. उस दिन दुमका केस में भी लालू प्रसाद आधी सजा पूरी कर लेंगे. लालू प्रसाद की जमानत का सीबीआई के वकील ने विरोध किया था. लेकिन कोर्ट ने जमानत दे दी है.
लालू प्रसाद ने अपनी जमानत याचिका में अपनी बीमारी के बारे में भी बताया था. याचिका में बताया गया था कि वह करीब 15 बीमारी ग्रसित है. उनका इलाज कई सालों से रांची के रिम्स में हो रहा है. उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है. इसलिए उनको जमानत दे दी जाए. जमानत के लिए लालू ने 4 जुलाई को हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. बता दें कि लालू प्रसाद ने 23 दिसंबर 2017 से चारा घोटाले मामले में जेल में बंद हैं, दुमका, देवघर और चाईबासा मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनाई है. देवघर केस में उनको जमानत मिल चुकी है, लेकिन दुमका मामले में उन्हें जमानत नहीं मिली है.
इलाजरत लालू निदेशक के बंगले पर शिफ्ट
लालू प्रसाद को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए रिम्स प्रबंधन ने उनको पेइंग वार्ड से हटाकर रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया है. इस बंगले पर ही लालू प्रसाद रहते हैं. मुलाकात करने से पहले मुलाकातियों का कोरोना टेस्ट कराया जाता है. जिसके बाद वह किसी से मिल सकते हैं. रिम्स में रहने के दौरान लालू प्रसाद के कई सेवादार और मेडिकल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. जिसके बाद लालू का कोरोना टेस्ट कराने के बाद रिम्स निदेशक के बंगले पर शिफ्ट किया गया है. यहां पर भी बिहार के आरजेडी नेता टिकट को लेकर उनसे मिलने के लिए पहुंचे हैं. लेकिन सबकी मुलाकात नहीं हो पाता ही.