वाशिंगटन। अमेरिका एक ओर चीन के साथ कारोबारी तनाव खत्म करने के लिए वार्ता भी कर है, वहीं ड्रैगन पर दबाव बनाने के लिए व्यापार युद्ध तेज करने की चेतावनी भी दे रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि अगर दोनों देशों के बीच समझौता नहीं हुआ तो वह चीनी वस्तुओं पर और शुल्क लगाएंगे।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों ने सार्थक बातचीत के संकेत दिए हैं। इससे पहले रविवार को चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका से व्यापार समझौते को लेकर सार्थक बातचीत की बात कही थी।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, उप प्रधानमंत्री लिऊ ही ने अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि राबर्ट लाइथाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन से बातचीत की। दोनों देशों ने अपनी चिंताओं को साझा किया। मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष लगातार बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, मंत्रालय ने इस संबंध में विस्तार से कुछ नहीं बताया।
विदित हों कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे कारोबारी जंग का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। आर्थक मंदी दस्तक देने लगी है। इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी स्पष्ट दिख रहा है। शेयर बाजार से लेकर देश की मुद्रा तक पर इसका प्रभाव पड़ा है।