नई दिल्ली। भारत ने लंदन स्थित अपने उच्चायोग पर पाकिस्तान समर्थक तत्वों के उग्र प्रदर्शन और तोड़फोड़ पर गहरी चिंता व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ब्रिटेन सरकार को इस तरह की हरकत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को लंदन में कश्मीरी गुटों और पाकिस्तान समर्थक तत्वों के प्रदर्शन और उच्चायोग की संपत्ति को पहुंचे नुकसान के बारे में बयान जारी किया। प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि एक महीने से कम अवधि के दौरान यह दूसरा मौका है कि इस तरह की वारदात हुई है। ऐसी वारदात से उच्चायोग की सुरक्षा और सामान्य कामकाज प्रभावित होता है।
लंदन में कल हुई इस वारदात के बारे में भारतीय उच्चायोग ने अपने ट्विटर एकाउंट पर एक तस्वीर साझा की थी। तस्वीर में उच्चायोग भवन की खिड़कियां क्षतिग्रस्त दिखाई दे रही हैं। उच्चायोग के अनुसार, यह परिसर के सामने हुआ दूसरा उग्र प्रदर्शन था।
लंदन के मेयर सादिक खां ने भारतीय उच्चायोग पर हुई इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। खां ने कहा कि उन्होंने मेट्रोपोलिटन की पुलिस से कहा है कि इस घटना के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तानी, कश्मीरी और खालिस्तान समर्थक तत्वों ने उच्चायोग पर गत मंगलवार को प्रदर्शन किया था जो हिंसक हो गया था। ब्रिटेन की संसद में लेबर पार्टी के सदस्य लायम ब्रायन प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे थे। लंदन में रह रहे प्रवासी भारतीयों ने उच्चायोग भवन पर हुई इस घटना की तीव्र निंदा की है।